शिमला: कोरोना मरीजों की सुविधा के लिए एम्बुलेंस सेवा को सुदुढ़ करने के लिए स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा चिकित्सा अधीक्षकों के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एम्बुलेंस सेवा की उपलब्धता की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 मरीजों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
एम्बुलेंस सेवाओं में ना हो कमी
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय एम्बुलेस सेवा 108 तथा जेएसएसके 102 के 123 वाहन कोविड सेवाओं के लिए समर्पित है. इसके अलावा, प्रशासन तथा रेडक्रॉस जैसी संस्थाएं भी इस उद्देश्य में अपना योगदान दे रही है. उन्होंने सभी जिलों के संबंधित जिला प्रशासनिक अधिकारियों को कोविड-19 के मरीजों की वाहन सुविधा के लिए सेना, अर्धसैनिक बल, ईएसआई, जल विद्युत परियोजनाओं आदि में उपयोग किए जा रहे वाहनों की संभावित उपलब्धता तलाशने के लिए कहा.
कोविड मरीजों को राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 की सुविधा
अमिताभ अवस्थी ने सभी जिला प्रशासनिक अधिकारियों को कोविड के मरीजों के लिए राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 की एम्बुलेंस का उपयोग करने का परामर्श दिया, क्योंकि ऐसे मरीजों को लंबी दूरी तय करने के दौरान ऑक्सीजन की अधिक मात्रा में आवश्यकता रहती है. इसके अतिरिक्त, कम दूरी तय करने वाले मरीजों की वाहन सुविधा के लिए जे.एस.एस.के. 102 एम्बुलेंस सेवा का उपयोग किया जाना चाहिए, जिसमें आवश्यकता अनुसार छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध होते हैं. उन्होंने कहा कि जिन मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है या ठीक हो चुके मरीजों को वाहन सुविधा प्रदान करने के लिए नॉन-एम्बुलेंस वाहनों का उपयोग किया जा सकता है.
आपतकालीन स्थितियों में 2360 बार भेजी गई एम्बुलेंस
उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल, 2021 तक अप्रैल माह के दौरान कोविड से संबंधित आपतकालीन स्थितियों के लिए कुल 2360 बार एम्बुलेंस भेजी गई है. जिसमें से 63 प्रतिशत कॉल कोविड समर्पित एम्बुलेंस और 37 प्रतिशत नॉन-कोविड आपातकालीन सेवाओं के लिए भेजी गई है.
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