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ननखड़ी पंचायत में ओलावृष्टि ने जमकर मचाई तबाही, करीब 17 करोड़ के नुकसान का आंकलन

ओलावृष्टि के कारण ननखड़ी क्षेत्र की 8 पंचायतों में फसलों को नुकसान पहुंचा है उद्यान विभाग की टीम ने ओला प्रभावित पंचायतों का दौरा कर नुकसान का आंकलन किया. टीम के सदस्यों ने सेब व चेरी की फसलों का बागवानों व तहसीलदार के साथ मिलकर जायजा लिया.

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Published : May 2, 2020, 7:21 PM IST

hail damage to crops in rampur area
ओलावृष्टि ने जमकर मचाई तबाही

रामपुर/शिमला: उपमंडल रामपुर बुशहर के ननखड़ी में बीते दिनों हुई भारी ओलावृष्टि का आंकलन उद्यान विभाग की टीम ने कर लिया है. उद्यान विभाग की टीम ने ओला प्रभावित पंचायतों का दौरा कर नुकसान का आंकलन किया. टीम के सदस्यों ने सेब व चेरी की फसलों का बागवानों व तहसीलदार के साथ मिलकर जायजा लिया.

ओलावृष्टि के कारण ननखड़ी क्षेत्र की 8 पंचायतों में फसलों को नुकसान पहुंचा है. जानकारी देते हुए विषयवाद विशेषज्ञ उद्यान विभाग रामपुर बुशहर जेसी वर्मा ने बताया कि उनकी टीम ने ननखड़ी क्षेत्र में मौके पर जाकर सेब व चेरी की फसलों का जायजा लिया. इस दौरान 66 से 50 मीट्रिक टन सेब व चेरी की फसल के नुकसान का आंकलन किया गया है. कुल नुकसान 17 करोड़ 5 लाख रुपये का हुआ है.

जेसी वर्मा ने बताया कि नुकसान की रिपोर्ट विभाग के उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है. गौरतलब है कि फसल का बीमा करवाने वाले बागवानों को कंपनी से मुआवजा मिल सकता है. जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत जाहू, खड़ाहण, खुन्नी पनोली, गाहन, अड्डू, बगलती व बड़ोग में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है. बागवानों ने सरकार से मुआवजे की भी मांग की है.

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस से कैसे करें बच्चों का बचाव, डॉ. अश्विनी कुमार सूद ने ETV से की खास बातचीत

रामपुर/शिमला: उपमंडल रामपुर बुशहर के ननखड़ी में बीते दिनों हुई भारी ओलावृष्टि का आंकलन उद्यान विभाग की टीम ने कर लिया है. उद्यान विभाग की टीम ने ओला प्रभावित पंचायतों का दौरा कर नुकसान का आंकलन किया. टीम के सदस्यों ने सेब व चेरी की फसलों का बागवानों व तहसीलदार के साथ मिलकर जायजा लिया.

ओलावृष्टि के कारण ननखड़ी क्षेत्र की 8 पंचायतों में फसलों को नुकसान पहुंचा है. जानकारी देते हुए विषयवाद विशेषज्ञ उद्यान विभाग रामपुर बुशहर जेसी वर्मा ने बताया कि उनकी टीम ने ननखड़ी क्षेत्र में मौके पर जाकर सेब व चेरी की फसलों का जायजा लिया. इस दौरान 66 से 50 मीट्रिक टन सेब व चेरी की फसल के नुकसान का आंकलन किया गया है. कुल नुकसान 17 करोड़ 5 लाख रुपये का हुआ है.

जेसी वर्मा ने बताया कि नुकसान की रिपोर्ट विभाग के उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है. गौरतलब है कि फसल का बीमा करवाने वाले बागवानों को कंपनी से मुआवजा मिल सकता है. जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत जाहू, खड़ाहण, खुन्नी पनोली, गाहन, अड्डू, बगलती व बड़ोग में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है. बागवानों ने सरकार से मुआवजे की भी मांग की है.

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