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शिमला में ग्रीन टैक्स लगाने की तैयारी, नगर निगम ने बनाई कमेटी, एक सप्ताह में सौंपेगी रिपोर्ट - हिमाचल प्रदेश में ग्रीन टैक्स

Green Tax in Shimla: शिमला में आने वाले बाहरी राज्यों के वाहनों से ग्रीन टैक्स वसूला जाएगा. इसके लिए नगर निगम ने एक कमेटी का गठन किया है. पढ़ें पूरी खबर...

Green Tax in Shimla
शिमला में ग्रीन टैक्स लगाने की तैयारी
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Published : Jul 1, 2023, 10:15 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला में आने वाले बाहरी राज्यों के वाहनों से नगर निगम ग्रीन टैक्स वसूलने की तैयारी में है. नगर निगम ने ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर पार्षद आरआर वर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है. जिसमें पार्षद और नगर निगम के अधिकारी शामिल हैं. ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर शनिवार को नगर निगम की मासिक बैठक में कंगनाधार पार्षद रामरत्न वर्मा ने मेयर को ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर प्रस्ताव लाया. बैठक में ग्रीन टैक्स को लेकर चर्चा की गई. पार्षदों ने भी इस प्रस्ताव को समर्थन दिया. जिसके बाद बैठक में ही इसको लेकर एक कमेटी का गठन किया गया जो ग्रीन टैक्स लगाने के पहलुओं पर अध्ययन करेगी और 1 सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट नगर निगम के महापौर को सौंपेगी.

बता दें कि नगर निगम यदि शहर में ग्रीन टैक्स वसूलता है तो नगर निगम की आय में काफी ज्यादा बढ़ोतरी भी होगी. वहीं, नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान का कहना है कि शिमला में ग्रीन टैक्स लगाने की पहले भी कवायद की गई थी, लेकिन यह सफल नहीं हो पाया था. अब दोबारा से ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर कमेटी का गठन किया गया है जो सभी पहलुओं पर विचार करेगी और अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. उन्होंने कहा कि इसको लेकर हाई कोर्ट में भी मामला विचाराधीन है और नेशनल हाईवे अथॉरिटी से भी इसको लेकर बात की जाएगी. उन्होंने कहा कि ग्रीन टैक्स केवल बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों से ही वसूला जाएगा और इनसे होने वाली आय को शिमला शहर की सड़कों के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा.

हिमाचल नंबर वाली गाड़ियों को नहीं देना होगा टैक्स: ग्रीन टैक्स सिर्फ हिमाचल से बाहर की गाड़ियों पर ही लगाया जाएगा. शहर के लोगों या एचपी नंबर वाली गाड़ी को कोई ग्रीन टैक्स नहीं देना होगा. हालांकि जो लोग शिमला में ही रह रहे हैं और उनके पास किसी अन्य राज्य का नंबर हैं, उन्हें भी यह टैक्स नहीं देना होगा. इसके लिए उन्हें स्थानीय पार्षद से एनओसी लेनी होगी, जिससे उनकी गाड़ियां नगर निगम में रजिस्टर हो जाएंगी और बाहरी राज्य के नंबर वाली गाड़ियों को जो शिमला में ही रहते हैं, उन्हें एनओसी की कॉपी साथ रखनी होगी.

हर रोज हजारों वाहन पहुंचते हैं शिमला: पहाड़ों की रानी शिमला में हर रोज घूमने के लिए काफी तादाद में बाहरी राज्यों से पर्यटक आते हैं. खासकर वीकेंड पर हजारों की तादाद में वाहनों की आवाजाही होती है. जिसको देखते हुए नगर निगम शिमला में शिमला शहर में ग्रीन टैक्स लगाने का फैसला लिया है और बाहरी राज्यों से आने वाली गाड़ियों उसे ग्रीन टैक्स के रूप में कितनी राशि वसूली जाएगी नगर निगम जल्द इस पर फैसला लेगा.

ये भी पढ़ें- Shimla Property Tax: शिमला में रहना हुआ महंगा, 4% बढ़ा प्रॉपर्टी टैक्स, बीजेपी पार्षदों ने का हंगामा

शिमला: राजधानी शिमला में आने वाले बाहरी राज्यों के वाहनों से नगर निगम ग्रीन टैक्स वसूलने की तैयारी में है. नगर निगम ने ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर पार्षद आरआर वर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है. जिसमें पार्षद और नगर निगम के अधिकारी शामिल हैं. ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर शनिवार को नगर निगम की मासिक बैठक में कंगनाधार पार्षद रामरत्न वर्मा ने मेयर को ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर प्रस्ताव लाया. बैठक में ग्रीन टैक्स को लेकर चर्चा की गई. पार्षदों ने भी इस प्रस्ताव को समर्थन दिया. जिसके बाद बैठक में ही इसको लेकर एक कमेटी का गठन किया गया जो ग्रीन टैक्स लगाने के पहलुओं पर अध्ययन करेगी और 1 सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट नगर निगम के महापौर को सौंपेगी.

बता दें कि नगर निगम यदि शहर में ग्रीन टैक्स वसूलता है तो नगर निगम की आय में काफी ज्यादा बढ़ोतरी भी होगी. वहीं, नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान का कहना है कि शिमला में ग्रीन टैक्स लगाने की पहले भी कवायद की गई थी, लेकिन यह सफल नहीं हो पाया था. अब दोबारा से ग्रीन टैक्स लगाने को लेकर कमेटी का गठन किया गया है जो सभी पहलुओं पर विचार करेगी और अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. उन्होंने कहा कि इसको लेकर हाई कोर्ट में भी मामला विचाराधीन है और नेशनल हाईवे अथॉरिटी से भी इसको लेकर बात की जाएगी. उन्होंने कहा कि ग्रीन टैक्स केवल बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों से ही वसूला जाएगा और इनसे होने वाली आय को शिमला शहर की सड़कों के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा.

हिमाचल नंबर वाली गाड़ियों को नहीं देना होगा टैक्स: ग्रीन टैक्स सिर्फ हिमाचल से बाहर की गाड़ियों पर ही लगाया जाएगा. शहर के लोगों या एचपी नंबर वाली गाड़ी को कोई ग्रीन टैक्स नहीं देना होगा. हालांकि जो लोग शिमला में ही रह रहे हैं और उनके पास किसी अन्य राज्य का नंबर हैं, उन्हें भी यह टैक्स नहीं देना होगा. इसके लिए उन्हें स्थानीय पार्षद से एनओसी लेनी होगी, जिससे उनकी गाड़ियां नगर निगम में रजिस्टर हो जाएंगी और बाहरी राज्य के नंबर वाली गाड़ियों को जो शिमला में ही रहते हैं, उन्हें एनओसी की कॉपी साथ रखनी होगी.

हर रोज हजारों वाहन पहुंचते हैं शिमला: पहाड़ों की रानी शिमला में हर रोज घूमने के लिए काफी तादाद में बाहरी राज्यों से पर्यटक आते हैं. खासकर वीकेंड पर हजारों की तादाद में वाहनों की आवाजाही होती है. जिसको देखते हुए नगर निगम शिमला में शिमला शहर में ग्रीन टैक्स लगाने का फैसला लिया है और बाहरी राज्यों से आने वाली गाड़ियों उसे ग्रीन टैक्स के रूप में कितनी राशि वसूली जाएगी नगर निगम जल्द इस पर फैसला लेगा.

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