शिमला: राजभवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हिमाचल में स्थित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को संबोधित करते राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने जनजातीय क्षेत्रों के छात्रों के लिए विशेष ऑनलाइन कोचिंग और कक्षाएं शुरू करने के निर्देश दिए. जिससे पिछड़े और दूरदराज क्षेत्रों के छात्र भी इस शिक्षा प्रणाली का लाभ ले सकें.
राज्यपाल ने कुलपतियों को कहा कि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में एनसीसी को वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में शामिल किया जाना चाहिए. एनसीसी के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. कोरोना महामारी के दौरान आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. राज्यपाल ने कहा कि अधिकांश महाविद्यालय बड़े स्तर पर एनसीसी गतिविधियां आयोजित कर रहे हैं और उनमें से कुछ ने उत्कृष्ट कार्य भी किया है, लेकिन इसे वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में शामिल करने पर विचार किया जा सकता है.
ऑनलाइन शिक्षा पर हो रहा काम
राज्यपाल ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान एनसीसी कैडेट आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. शिक्षण संस्थान गत वर्ष से ऑनलाइन शिक्षा पर काम कर रहे हैं, लेकिन इस दिशा में बहुत कुछ करना बाकी है. उन्होंने कहा कि हमने नई तकनीक को कितना अपनाया है, इसके लिए हमें स्वयं के आंकलन की आवश्यकता है. साथ ही जो लोग इस प्रणाली के माध्यम से काम कर रहे हैं, उन्हें यह भी समझना चाहिए कि क्या यह सुविधा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को मिल रही हैं. उन्होंने कुलपतियों को ऑनलाइन शिक्षा में कमियों को दूर करने के लिए किए गए प्रयासों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.
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