शिमला: ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त कैरोलीन रोवेट से मुलाकात के दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने ब्रिटिश सरकार के वैश्विक छात्रवृति कार्यक्रम शैवनिंग पर चर्चा की. राज्यपाल ने कहा कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को ब्रिटेन में अध्ययन करने का विशेष अवसर प्रदान करेगा.
उन्होंने ब्रिटिश विश्वविद्यालयों और हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालयों के मध्य स्टडी एक्सचेंज कार्यक्रमों पर विशेष बल दिया. चंडीगढ़ में हुई इस मुलाकात के दौरान कैरोलीन रोवेट ने विभिन्न क्षेत्रों में आपसी समन्वय के साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की और रूचिकर क्षेत्रों में नवीनतम जानकारी सांझा करने में सभी प्रकार से सहयोग देने का आश्वासन दिया.
उत्कृष्ट पेशेवरों को छात्रवृति प्रदान की जाएगी
उन्होंने राज्यपाल को शैवनिंग छात्रवृति कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि ब्रिटेन के किसी भी विश्वविद्यालय में किसी भी विषय में एक साल की मास्टर डिग्री करने के लिए विश्वभर के उत्कृष्ट पेशेवरों को छात्रवृति प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से वित्तपोषित छात्रवृति प्रदान करता है, जिससे आप अपने शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा जीवन के एक ज्ञानवर्धक अनुभव के लिए केन्द्रित होते हैं.
ब्रिटेन की संस्कृति को समझ कर ब्रिटेन में सकारात्मक सम्बन्ध स्थापित कर सकता है
उन्होंने कहा कि इस छात्रवृति कार्यक्रम के अन्तर्गत व्यक्ति ब्रिटेन में एक वर्ष के लिए अध्ययन कर सकता है और इस दौरान वह व्यवसायिक और शैक्षणिक रूप से विकसित हो सकता है. इसके अतिरिक्त वह ब्रिटेन की संस्कृति को समझ कर ब्रिटेन में सकारात्मक सम्बन्ध स्थापित कर सकता है.
शिमला का ब्रिटिश इतिहास से गहरा संबंध
राज्यपाल ने आपसी सहयोग से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर चर्चा की और कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला का विशेष रूप से ब्रिटिश इतिहास से गहरा संबंध है. ब्रिटिशकाल की इमारतें और समग्र गठन अभी भी इंग्लैंड के शहर की झलक दिखाता है.
उन्होंने कहा कि हम न केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान बल्कि शिक्षा, विशेष रूप से परिवहन, अपशिष्ट प्रबंधन, शहरी विकास, पर्यटन और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे विभिन्न क्षेत्रों के कौशल विकास में आपसी सहयोग के साथ काम कर सकते हैं.
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