रामपुर: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 18 फरवरी को नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन का दौरा किया. परियोजना प्रमुख रवि चन्द्र नेगी एवं महाप्रबन्धक प्रवीन सिंह नेगी ने पारम्परिक रीति-रिवाज के अनुसार स्वागत किया और उन्हें गार्ड ऑफ आर्नर भी दिया गया. इसके बाद राज्यपाल ने भारत के सबसे बड़े भूमिगत पावर स्टेशन का दौरा किया.
परियोजना प्रमुख रवि चन्द्र नेगी ने अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक नंद लाल शर्मा द्वारा निर्धारित सांझी दूर-दृष्टि: 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट एवं 2040 तक 25000 मेगावाट के लक्ष्यों एवं विभिन्न सामाजिक गतिविधियों से अवगत करवाया. राज्यपाल विद्युतगृह में उपयोग की गई तकनीक एवं उपकरणों की बारीकियों की भी जानकारी दी गई.
विदेशों में कार्य कर रही है एसजेवीएनएल
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विद्युतगृह में प्रदर्शित कार्य-कुशलता की प्रशंसा की और कहा कि आप सभी भारत के इतने बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा हो और राष्ट्रहित में अपना दायित्व निभा रहे हैं, जिसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं. सजेवीएनएल जलविद्युत क्षेत्र के साथ अन्य संभावनाओं पर भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी कार्य कर रही है और निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है. इसके अलावा एसजेवीएनएल ऊर्जा उत्पादन के अलावा पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
प्रदेश में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की काफी संभावनाएं
वहीं, इस दौरान राज्यपाल ने यह भी बताया कि भारत के हिमाचल प्रदेश में सबसे बड़ी भूमिगत जल विद्युत परियोजना का होना एक बहुत बड़ी बात है. उन्होंने बताया कि एसजेवीएनएल आज भारत में ही नहीं बल्कि बाहरी देश नेपाल, भूटान में भी अपने प्रोजेक्ट का निर्माण कर रही है. हमारे हिमाचल प्रदेश में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की काफी संभावनाएं हैं, जिससे युवा पीढ़ी को भी रोजगार मुहैया हो सकता है. इस पर कार्य करना अति आवश्यक है, लेकिन पर्यावरण की दृष्टि को भी मदद नजर रख कर ही यह सभी कार्य हो सकते हैं.
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