शिमला: हिमाचल प्रदेश में मिल्कफेड की मिठाई पर इस बार सवाल उठने लगे हैं. दरअसल मिल्कफेड की मिठाई में लोगों को फंगस मिला है. जिसकी लोगों ने शिकायत की है. शिकायत मिलने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. दरअसल त्योहारी सीजन में मिल्कफेड ने चंडीगढ़ में एक कंपनी को मिठाई बनाने का ऑर्डर दिया था. जिसमें फंगस लगने की शिकायत आई है.
बता दें कि मिल्कफेड हिमाचल सरकार का सरकारी उपक्रम है. यहां के उत्पाद शुद्ध माने जाते रहे हैं. त्योहारी सीजन मिल्कफेड की मिठाइयों की बाजारों में काफी डिमांड होती है. इस बार दीवाली के लिए बनाई गई इनकी मिठाइयों में बड़ी मात्रा में फंगस पाया गया. इसकी शिकायत मिलने के बाद सरकार ने मिल्कफेड की सीनियर मैनेजर (प्लांट) प्रीति की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी है. कमेटी में असिस्टेंट कंट्रोलर तेजेश्वर शर्मा को सदस्य और मैनेजर मार्केटिंग संदीप कुमार को सदस्य सचिव बनाया गया है.
इस कमेटी को 10 दिन के भीतर मिठाइयों की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. सचिव मिल्कफेड राकेश कंवर ने बताया कि खराब मिठाई मामले में जांच बिठा दी गई है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. खराब मिठाइयों के कारण सोशल मीडिया में मिल्कफेड की खूब किरकिरी हो रही है. मिल्कफेड ने इस बार चंडीगढ़ स्वीट्स से मिठाईयां बनवाई है. खासकर डोडा बर्फी को लेकर लोग ज्यादा शिकायत कर रहे हैं. जाहिर है कि चंडीगढ़ स्वीट्स पर रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जा सकती है. चंडीगढ़ स्वीट्स को ब्लैकलिस्ट भी किया जा सकता है.
मिल्कफेड हर साल दीपावली पर देसी घी से बनी मिठाइयां बेचता है. प्रदेशवासियों का मिल्कफेड की मिठाइयों पर विश्वास है. इसलिए सरकारी उपक्रम की मिठाईयां हाथोहाथ बिकती है. यही नहीं लोग मिल्कफेड से मिठाइयां खरीदकर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी बांटते हैं, लेकिन पहली बार मिल्कफेड की मिठाइयों की क्वालिटी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. खराब मिठाइयों की शिकायत मिलने के बाद उन लोगों को बीमार पड़ने का डर सता रहा है, जिन्होंने जाने अनजाने में इन मिठाइयों को खा लिया है.