शिमला: छठे वित्त आयोग के अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार प्रदेश के विकास के लिए कर्ज ले रही है, लेकिन पूर्व की कांग्रेस सरकारों ने अपनी ऐश के लिए कर्ज लिया.
उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि जो नेता प्रतिपक्ष आज कह रहे हैं कि वर्तमान सरकार कर्ज ले रही है. वह अपनी पार्टी की तरफ देखें जिसने हिमाचल को पचास हजार करोड़ रुपए कर्ज के बोझ तले दबाया है.
सतपाल सत्ती ने कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री नहीं चाहता कि उसे कर्ज लेना पड़े, लेकिन हिमाचल प्रदेश के पास इतने संसाधन नहीं है कि वह बिना कर्ज के सरकार चला सके यही कारण है कि वाईएस परमार से लेकर अब तक के सभी मुख्यमंत्रियों को सरकार चलाने के लिए समय समय पर कर्ज लेना पड़ता है.
सतपाल सत्ती ने कहा कि भाजपा सरकार विकास कार्य को प्राथमिकता देती है. और इन्हें विकास कार्यों के लिए कर्ज लिया जाता है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों ने हिमाचल को कर्ज के बोझ तले दबा दिया है. यह कांग्रेस सरकारों की ही देन है कि आज हिमाचल प्रदेश 50 हजार करोड़ रुपए के कर्ज के बोझ तले दबा है.
उन्होंने कहा कि जब घर चलाने के लिए व्यक्ति को दिक्कत पड़ती है. तो उस समय भी उसे कर्ज लेना पड़ता है. कोई भी मुख्यमंत्री इच्छा से कर्ज नहीं लेता. यह मजबूरी है, लेकिन इसकी परंपरा भी कांग्रेस ने ही शुरू की. जब जब कांग्रेस की सरकारें आई उन्होंने आवश्यकता से अधिक कर्ज लिया. लेकिन जब जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आई विकास कार्यों की तरफ ध्यान दिया गया. फिर चाहे शांता कुमार की सरकार हो या फिर प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल की.
वर्तमान जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सभी सरकारों ने विकास की तरफ ध्यान दिया और जनता को हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने की कोशिश की. सतपाल सत्ती ने कहा कि कर्ज लेना अच्छी बात नहीं है. लेकिन कांग्रेस के आकाओं ने प्रदेश को लगातार कर्ज के नीचे दबाए रखा और जहां तक वर्तमान सरकार की बात है प्रदेश के विकास कार्यों को नहीं रोका जा सकता वर्तमान समय कठिन है.
कोरोना संकट के इस काल में प्रदेश के विकास कार्यों को चलाना अति आवश्यक है. और ऐसे में यदि प्रदेश सरकार को कर्ज लेना पड़ रहा है. तो इसमें कोई बुरी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमेशा अच्छी आर्थिक व्यवस्था प्रदेश में खड़ी की है. और प्रदेश सरकार की देनदारियों को भी कम किया है. जहां तक नेता प्रतिपक्ष की बात है वह बार-बार कहते हैं कि जयराम सरकार कर्ज ले रही है.
उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री से पूछा कि कांग्रेस की किसी एक मुख्यमंत्री का नाम बता दें जिसने कर्ज नहीं लिया हो या फिर क्या मुकेश अग्निहोत्री इस बात की गारंटी देते हैं कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आएगी तो वह कर्ज नहीं लेंगे.