शिमला: एसआईसीसी सचिव व कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने शिमला से जारी बयान में कहा है कि प्रदेश सरकार कोरोना महामारी के दौर में लगातार गलत फैसले लेकर हंसी का पात्र बन रही है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार ने बिना सोचे-समझे बाहरी लोगों के लिए प्रदेश की सीमाएं खोलने का निर्णय लिया है. वहीं, दूसरे राज्यों ने अभी कोरोना के खतरे को देखते हुए होटल इंड्रस्टी न खोलने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में होटलियर्स भी सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं और अभी तक होटल मालिकों ने होटल नहीं खोले हैं.
ऐसे में सरकार को चाहिए की जब भी किसी वर्ग से जुड़ा फैसला लिया जाए तो उस वर्ग के लोगों को विश्वास में लेना जरूरी है. उन्होंने कहा कि होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने अपनी अजीविका को ताक पर रखकर प्रदेश हित में यह निर्णय लिया है. सुधीर शर्मा ने कहा कि इसी तरह सरकार ने बसों में सोशल डिस्टेंसिंग को दरकिनार कर 100 फीसदी सीटें भरने का निर्णय लिया है. सरकार का ये फैसला भी समझ से बाहर है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि इस तरह के निर्णयों से सरकार हंसी का पात्र बनती जा रही है. ऐसे में उन्होंने सरकार को कोरोना काल में बिना सोचा समझे कोई भी कदम न उठाने की सलाह दी है. सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में होटल इंडस्ट्री वैश्वविक कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुई और बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो चुके हैं.
ऐसे में सरकार होटल मालिकों को लेकर स्पेशल पैकेज जारी करे ताकि होटल इंडस्ट्री पटरी पर आ सके. उन्होंने कहा कि सरकार ने बाहरी लोगों के लिए प्रदेश की सीमाएं खोली हैं और अब पर्यटक हिमाचल का रुख करने लगे हैं, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में सरकार को अपने फैसले पर पुर्न विचार करना चाहिए.