शिमलाः हिमाचल विधानसभा के घटनाक्रम पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह सत्तापक्ष को विपक्ष के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार न करने की नसीहत दी है और पक्ष-विपक्ष को मिलकर बीच का रास्ता निकालने को कहा है.
हालांकि राज्यपाल के साथ हुए दुर्व्यवहार पर वीरभद्र सिंह ने बोलने से मना करते हुए कहा कि वे वहां मौजूद नही था ऐसे में इस पर बोलना ठीक नहीं है. वीरभद्र सिंह काफी समय बाद शिमला पहुंचे. वे पिछले 6 महीने से कुठार में रहे रहे थे और बीते दिन हॉलिलोज पहुंचे. जहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से खुद अपील करेंगे कि इस गतिरोध को खत्म करने की कोशिश की जाए, ताकि प्रदेश के हितों से जुड़े मुद्दों पर सदन में बातचीत हो और एक बढ़िया माहौल तैयार किया जाए.
जल्द ही विधानसभा पहुंचकर सदन की कार्रवाई में भाग लेंगे वीरभद्र
वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह जल्द ही विधानसभा पहुंचकर सदन की कार्रवाई में भाग लेंगे और सदन में क्या चल रहा है उसको लेकर भी जानकारी हासिल करेंगे. उन्हाेंने कहा कि कोविड काल में भी उन्होंने लोगों से मेलजोल बनाए रखा और कोशिश की हर हाल में लोगों के साथ उनका संपर्क और संवाद बना रहे.
देश की सियासत में मजबूती के साथ लौटेगी कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह ने उम्मीद जताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी एक बार दोबारा देश की सियासत में मजबूती के साथ लौटेगी और आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस ही सरकार बनाएगी.
उन्हाेंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए सभी काे अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करना हाेगा. वीरभद्र सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के नेतृत्व की वकालत करते हुए कहा कि वक्त के साथ राहुल गांधी और ज्यादा परिपक्व नेता बनकर उभरे हैं और कांग्रेस को दोबारा राष्ट्रीय सत्ता में लाने के लिए राहुल गांधी के पास ईमानदार नेतृत्व क्षमता ओर अनुभव है.
एक नेतृत्व के नीचे खड़ी हो पार्टी
पार्टी के नेताओं ओर कार्यकर्ताओं काे नसीहत देते हुए वीरभद्र सिंह ने कहा कि पार्टी की मजबूती के लिए आज वक्त आ गया है कि सभी कांग्रेस जनों को अपनी निजी इच्छाओं और अपेक्षाओं को भूलाकर पार्टी की मजबूती के लिए एक नेतृत्व के नीचे खड़ा होना चाहिए.
सियासत में ऊंच-नीच होना एक स्वाभाविक प्रक्रियाः वीरभद्र सिंह
कांग्रेस को दोबारा राष्ट्रीय सत्ता में शिखर पर ले जाने के लिए काम करने की बात कही. वीरभद्र सिंह ने कहा कि सियासत में ऊंच-नीच होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन कांग्रेस को कोई ना तो हाशिये पर ले जा सकता है और ना ही कांग्रेस पार्टी को सिंगल आउट माना जाना चाहिए. वीरभद्र सिंह ने कहा कि कुछ लोग सियासत में राहुल गांधी की ईमानदारी को कमजोरी समझ कर उनके खिलाफ एक षड्यंत्र रचने की कोशिश कर रहे हैं जो कभी भी सफल नहीं हो पाएगा.
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