चौपाल/शिमला: वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चौपाल वन मंडल के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्ष 2019-20 में चैपाल वन मंडल में अवैध कटान का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि यह वन विभाग की सतर्कता, ग्रुप पेट्रोलिंग और ड्रोन से की गई निगरानी के कारण संभव हो पाया है.
वन मंत्री ने कहा कि चौपाल वन मंडल की ओर से पिछले 3 सालों में 500 हेक्टेयर वन भूमि से अवैध कब्जे हटाए गए हैं. वन मंत्री ने कहा कि विभाग की ओर से चौपाल वन मंडल में चीड़ की पत्तियों से चेक डैम का निर्माण करना एक सराहनीय कदम है और वैज्ञानिक अध्ययन के बाद इस प्रयोग को प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी अपनाने का प्रयास किया जाएगा. चौपाल वन मंडल की ओर से पिछले 3 सालों में एफआरए (फॉरेस्ट राइट एक्ट) के अंतर्गत 114 और एफसीए के अंतर्गत 15 मामलों को स्वीकृति प्रदान की गई है.
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि चौपाल वन मंडल में खाली पड़े पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरा जाएगा, ताकि सभी विकासात्मक कामों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा सकें. उन्होंने अधिकारियों को चैपाल वन मंडल में इको-टूरिज्म की संभावनाएं तलाश कर एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए. इस अवसर पर प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी डॉ. सविता व वन मंडल अधिकारी भी उपस्थित थे.