शिमला: भट्टाकुफर से चुरुट नाला जाने वाली सड़क के किनारे ना तो कोई रेलिंग लगी है और ना ही पैरापिट बनाए गए हैं, जिससे हादसों को रोका जा सके. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा सड़क हादसा पेश आ सकता है.
बता दें कि यह सड़क बहुत ही तंग है, कई बार सामने से आ रही गाड़ी को पास देना भी मुश्किल हो जाता है. यहां चालकों पर हमेशा खतरे का साया मंडराता रहता है.
बीते साल भी इस मार्ग पर दुर्घटना होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. बाबजूद इसके प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. यह सड़क भट्टाकुफर को जोड़ती है और दर्जनों स्कूली बच्चे प्रतिदिन इसी मार्ग से स्कूल आते-जाते हैं.
स्थानीय लोगों ने कई बार लोकनिर्माण विभाग को इस बारे में अवगत करवाया था और लिखित में शिकायत भी दी, लेकिन अभी भी सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है.
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