शिमला: आईजीएमसी में रविवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब एक तीमारदार ने अपने पत्नी की कोरोना से मौत के बाद मुख्य गेट पर ही धरना देकर बैठ गया. साथ ही डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर हंगामा करने लगा.
मृत महिला के पति के साथ रविवार सुबह ही परिजन भी गेट के बाहर बैठ गए. उन्हाेंने अस्पताल प्रशासन पर आराेप लगाए कि उनके मरीज की माैत सुबह छह बजे हाे गई थी, जबकि परिजनाें काे इस बारे में नहीं बताया गया. प्रशासन ने जानबूझकर उनसे महिला की माैत की बात छुपाई.
मृतक महिला का पति और बेटे के द्वारा काफी देर तक हंगामा करने पर लक्कड़ बाजार चाैकी से पुलिस और आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी माैके पर पहुंचे. पुलिस ने तीमारदाराें से लिखित शिकायत मांगी. मगर परिजनाें ने शिकायत देने से इंकार कर दिया. करीब 10 बजे परिजनाें और प्रशासन के बीच समझाैता हुआ. उसके बाद परिजनाें काे शव साैंपा गया.
इस बारे में आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डाॅ. राहुल गुप्ता ने बताया कि महिला की माैत के बाद परिजनाें काे सूचित किया गया था. मगर वह नहीं मान रहे थे. ऐसे में उनसे लिखित शिकायत मांगी, मगर उन्हें उससे भी इंकार कर दिया. उसके बाद उन्हें शव साैंप दिया गया.
पढ़ें: हिमाचल में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, डॉक्टर ने कहा: दिसंबर और जनवरी के महीने हो सकते हैं घातक
पढ़ें: हिमाचल में आज से बदलेगा मौसम का मिजाज, 25 नवंबर तक बारिश और बर्फबारी की संभावना