रामपुर: शिमला जिले के रामपुर शहर में सड़क हादसे में हुई 2 युवाओं की मौत मामले में खनेरी अस्पताल के बाहर जाम लगाकर बैठे परिजनों ने एसडीएम के आश्वाशन के बाद अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया है. दरअसल, 2 युवाओं की मौत मामले में परिजनों ने एनएच-5 को जाम कर दिया था. वहीं, जब एक घंटे बाद एसडीएम मौके पर पहुंचे और उन्होंने आश्वाशन दिया, तो परिजनों में अपना प्रदर्शन खत्म किया. तब जाकर कहीं एनएच-5 बहाल हो पाया.
बता दें कि बीती रात रामपुर में कॉलेज गेट के पास एक गाड़ी और बाइक में टक्कर हो गई थी. इस हादसे में बाइक सवार दोनों युवाओं को अपनी जान से हाथ गवाना पड़ा था. परिजनों का आरोप है की हादसे के एक घंटे के बाद पुलिस घटनास्थल पर क्यों पहुंची. वहीं, घटना के तुरंत बात क्यों आरोपी कार ड्राइवर का मेडिकल क्यों नहीं करवाया गया. उन्होंने कहा कि चालक का मेडिकल दूसरे दिन 11 बजे करवाया गया. इसके अलावा पुलिस ने मौके पर जो रिपोर्ट तैयार की है, वह सही नहीं है. वहीं, एफआईआर में और तथ्यों को भी जोड़ा जाए.
वहीं, मौके पर पहुंचे एसडीएम रामपुर निशांत तौमर ने परिजनों को आश्वासन दिया की इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी. इस दौरान प्रशासन द्वारा मुआवजे के तौर पर मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपए की फौरी राहत भी दी गई. वहीं, डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने बताया कि बीती रात पीजी कॉलेज गेट के पास एक बाइक और फॉर्च्यूनर कार की जोरदार टक्कर हुई थी. जिसमें बाइक सवार दोनों युवाओं की मौत हो गई थी. फॉर्च्यूनर कार शिमला से ज्यूरी जा रही थी. जैसे ही कार रामपुर पीजी कॉलेज गेट के पास पहुंची तो खनेरी से आ रही बाइक को उसने टक्कर मार दी. उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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