शिमला: हिमाचल की सुक्खू सरकार ने प्रदेश में बीते दिनों 90 सरकारी स्कूलों को डिनोटिफाई कर दिया. जिसको लेकर भाजपा सरकार पर भड़की हुई है. भाजपा नेता कांग्रेस पर बदले की भावना से काम करने के आरोप लगा रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी स्कूल डिनोटिफाई करने को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
जयराम ठाकुर ने कहा सुक्खू सरकार को 6 महीने पूरे होने जा रहे हैं. इस कार्यकाल में जो पहले दिन से संस्थानों को डिनोटिफाई करने का काम किया जा रहा है, वह अभी भी जारी है. बीते दिन सरकार ने शिक्षा विभाग के 90 संस्थानों को बंद कर दिया है, इसमें मिडिल, हाई और प्राइमरी स्कूल शामिल है. इसमे से कई ऐसे शिक्षण संस्थान हैं, जो 2 से 3 सालों से चल रहे थे और वहां पर शिक्षकों सहित अन्य स्टाफ की तैनाती की गई थी. छात्रों ने भी अपने दाखिले इन स्कूलों में ले लिए थे. इन स्कूलों के बंद होने से छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा सरकार को जनता को बताना चाहिए कि इन स्कूलों को डिनोटिफाई करने का क्या पैरामीटर तय किए गए थे? इस तरह से जनविरोधी फैसले लेकर कांग्रेस पार्टी का भला होने वाला नहीं है. कांग्रेस सरकार इस तरह से स्कूलों को बंद करके बहुत बड़ी गलती कर रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री आग्रह किया कि इस फैसले पर पुनर्विचार करें और संस्थानों को दोबारा से जनहित के लिए खोला जाए.
बता दें कि पूर्व की जयराम सरकार के 900 से अधिक संस्थानों को सूक्खु सरकार बंद कर चुकी है. ये वो संस्थान है, जो पूर्व की जयराम सरकार ने 1 अप्रैल 2022 के बाद खोले थे. सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का तर्क है कि इन संस्थानों को बिना किसी बजट और प्रक्रिया के खोला गया है. हालांकि, इनमें सें बंद किए गए कुछ संस्थानों को सुखविंदर सरकार ने दोबारा से शुरू करने का फैसला लिया था, लेकिन अधिकतर संस्थानों को सरकार ने बंद किया है. जिसको लेकर भाजपा भड़क हुई है और कांग्रेस सरकार पर बदले की भावना से काम करने के आरोप लगा रही है.
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