शिमला: राजधानी शिमला में जल निगम द्वारा लोगों को आठ महीने के पानी बिल एक साथ जारी कर दिए हैं. एक साथ आठ महीने के भारी भरकम बिल देख लोगो के होश उड़ गए हैं. शनिवार को नगर निगम की मासिक बैठक में पार्षदों ने इस मुद्दे को उठाया.
पार्षदों ने आरोप लगाया कि कोरोना काल में जल निगम लोगों को एक साथ भारी भरकम बिल देकर परेशान कर रहा है. निगम ने आठ महीने के एक साथ पानी के बिल दे दिए हैं और लोग एक साथ इतने बिल नहीं दे पा रहे. पार्षदों ने जल निगम को किश्तों पर लोगों से पानी का बिल लेने की मांग की.
किश्तों में बिल देने की व्यवस्था करे निगम
कांग्रेस पार्षद दिवाकर ने कहा कि जल निगम ने आठ महीने के लाखों के बिल थमा दिए हैं. कई जगहों पर फ्लैट बिल थमाए गए हैं, जिससे लोगों को बिल जमा करवाने में दिक्कत आ रही है. जल निगम किश्तों पर बिल देने की व्यवस्था करे ताकि लोगों पर एक साथ बोझ न पड़े.
रिज पर एक अलग काउंटर खोले निगम
वहीं, पार्षद सुनील धर ने कहा कि जल निगम द्वारा गलत बिल थमाए जा रहे हैं और लोग उनके पास समस्या लेकर पहुच रहे हैं. उन्होंने जल निगम से माल रोड पर अलग से काउंटर खोलने की मांग की, ताकि जिन लोगों को गलत बिल दिए गए हैं वे अपना बिल सही करवा सकें.
क्या कहती हैं नगर निगम की महापौर
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि पानी के बिलों को लेकर लोगों की काफी शिकायतें आ रही हैं. निगम ने एक साथ आठ महीने के बिल थमा दिए हैं. जल निगम के अधिकारियों को लोगों को हर महीने बिल देने और जो बिल जारी किए गए हैं उन्हें किश्तों पर लेने को कहा गया है.
बता दे शिमला में जल निगम पानी के वितरण का काम देखता है. निगम ही पानी का बिल भी वितरित करता है. निगम पहले चार महीने का बिल देता था, लेकिन इस बार एक साथ आठ महीने का बिल थमा दिया है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.