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15 जून के बाद भी नहीं खुलेंगे स्कूल, अनलॉक के तीसरे चरण में सरकार लेगी फैसला

स्कूलों को कोरोना के कारण से 15 जून तक बंद कर दिया गया है, लेकिन 15 जून के बाद भी सरकार स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में स्कूलों में छुट्टियों को 15 जून के बाद भी आगे बढ़ाया जा सकता है.

Suresh Bhardwaj on opening educational institutions
शिक्षण संस्थानों को खोलने पर सुरेश भारद्वाज
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Published : Jun 3, 2020, 10:23 AM IST

शिमला: प्रदेश के स्कूलों को कोरोना के कारण से 15 जून तक बंद कर दिया गया है, लेकिन 15 जून के बाद भी सरकार स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में स्कूलों में छुट्टियों को 15 जून के बाद भी आगे बढ़ाया जा सकता है.

शैक्षणिक संस्थानों को खोलने पर सरकार अनलॉक के तीसरे चरण में फैसला ले सकती है. अभी जुलाई तक प्रदेश के स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहने की संभावना है.

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में छात्रों को संक्रमण से बचाने के लिए शैक्षणिक कार्यों के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी व निजी स्कूलों की ऑनलाइन शिक्षण प्रक्रिया इस कड़ी में शामिल है.

वीडियो रिपोर्ट

शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से 15 जून तक स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर यह आगे भी बंद किए जा सकेंगे. इसके अलावा 10वीं कक्षा का परिणाम जल्द निकाला जाएगा. जमा दो के बचे हुए पेपर को भी जल्द करवाया जाएगा. साथ ही जमा दो का परिणाम भी जून के अंत तक निकाला जाएगा.

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि अनलॉक के तीसरे चरण में स्कूलों को खोलने की स्थिति पर हितधारकों से बातचीत करना जरूरी है. इसके तहत निजी विद्यालयों प्रबंधक, निजी विश्वविद्यालय के कुलपति, अभिभावकों व आम लोगों से बातचीत कर राय ली जाएगी.

उन्होंने कहा कि विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यों, अध्यापकों, अध्यापक यूनियन और अभिभावकों आदि से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस संबंध में बातचीत का प्रयास किया जाएगा.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने पर ही स्कूल में छात्र आने में सक्षम होंगे और पढ़ाई शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई तबदीली करने पर सेक्शन वाइज कक्षाएं शुरू करने और वैकल्पिक दिनों पर अलग-अलग कक्षाएं लगाने पर भी विचार किया जाएगा.

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जरूरत पड़ने पर एलिमेंट्री या सेकेंडरी बोर्ड स्तर की कक्षाएं ही आयोजित की जाएंगी. साथ ही महाविद्यालय व विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शुरु होने वाली हैं, जिसकी सूची यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ-साथ प्रदेश में छात्रों की पढ़ाई जारी रहे इसके लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है.

ये भी पढ़ें: निजी यूनिवर्सिटी ने वसूली 12 करोड़ फीस, स्टाफ को 8 महीने से नहीं दी सैलरी

शिमला: प्रदेश के स्कूलों को कोरोना के कारण से 15 जून तक बंद कर दिया गया है, लेकिन 15 जून के बाद भी सरकार स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में स्कूलों में छुट्टियों को 15 जून के बाद भी आगे बढ़ाया जा सकता है.

शैक्षणिक संस्थानों को खोलने पर सरकार अनलॉक के तीसरे चरण में फैसला ले सकती है. अभी जुलाई तक प्रदेश के स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहने की संभावना है.

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में छात्रों को संक्रमण से बचाने के लिए शैक्षणिक कार्यों के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी व निजी स्कूलों की ऑनलाइन शिक्षण प्रक्रिया इस कड़ी में शामिल है.

वीडियो रिपोर्ट

शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से 15 जून तक स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर यह आगे भी बंद किए जा सकेंगे. इसके अलावा 10वीं कक्षा का परिणाम जल्द निकाला जाएगा. जमा दो के बचे हुए पेपर को भी जल्द करवाया जाएगा. साथ ही जमा दो का परिणाम भी जून के अंत तक निकाला जाएगा.

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि अनलॉक के तीसरे चरण में स्कूलों को खोलने की स्थिति पर हितधारकों से बातचीत करना जरूरी है. इसके तहत निजी विद्यालयों प्रबंधक, निजी विश्वविद्यालय के कुलपति, अभिभावकों व आम लोगों से बातचीत कर राय ली जाएगी.

उन्होंने कहा कि विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यों, अध्यापकों, अध्यापक यूनियन और अभिभावकों आदि से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस संबंध में बातचीत का प्रयास किया जाएगा.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने पर ही स्कूल में छात्र आने में सक्षम होंगे और पढ़ाई शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई तबदीली करने पर सेक्शन वाइज कक्षाएं शुरू करने और वैकल्पिक दिनों पर अलग-अलग कक्षाएं लगाने पर भी विचार किया जाएगा.

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जरूरत पड़ने पर एलिमेंट्री या सेकेंडरी बोर्ड स्तर की कक्षाएं ही आयोजित की जाएंगी. साथ ही महाविद्यालय व विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शुरु होने वाली हैं, जिसकी सूची यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ-साथ प्रदेश में छात्रों की पढ़ाई जारी रहे इसके लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है.

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