शिमला: लॉकडाउन के दौरान समाज में लोगों को सुरक्षा व सेवा प्रदान कर पुलिस विभाग ने दोहरी भूमिका निभाते हुए, जो सहयोग दिया वह सराहनीय है. जिसको लेकर शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शनिवार को पुलिस क्लब एवं नशा निवारण समिति ढली की ओर से कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया.
पुलिस विभाग की ओर से नशा निवारण के लिए भी व्यापक अभियान छेड़ा गया है. उन्होंने पुलिस विभाग की ओर से सघंनता के साथ विभिन्न प्रकार के नशों की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि शिमला जिला के सभी पुलिस थानों में तैनात पुलिस कर्मियों को कोरोना योद्धाओं के रूप में सुरक्षा किट प्रदान कर सम्मानित किया गया.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संकटकाल में समाज के विभिन्न वर्गों ने कोरोना संकट की लड़ाई को अपने विवेक और सामर्थ के साथ लड़ने में अपना योगदान दिया और सामाजिक निरंतरता की गति को बनाए रखा. उन्होंने कहा कि लोगों को राशन व भोजन की उपलब्धता, स्वच्छता बनाए रखने, स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने और विशेष रूप से मास्क आदि और सुरक्षा किटें लोगों को देने के लिए सभी ने मिलकर काम किया.
उन्होंने कहा कि कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करने से इनके कामों को प्रशंसा मिलती है. वहीं भविष्य में काम करने के लिए प्रोत्साहन भी मिलता है. उपमंडलाधिकारी शहरी नीरज चांदला ने कहा कि सरकार की नीतियों एवं दिशा-निर्देशों के अनुरूप काम करते हुए प्रशासन की ओर से कोरोना संकटकाल में लोगों को सुविधाएं प्रदान की गई. उन्होंने कहा कि शिमला शहर व जिला को कोरोना मुक्त जिला बनाए रखने में सभी स्वैच्छिक, राजनैतिक, धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं का साथ मिला.
इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष एनएस बगानिया ने बताया कि संस्था की ओर से समय-समय पर विभिन्न सामाजिक कार्यों का आयोजन कर समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वाहन संस्था की ओर से किया जाता है.
नशा निवारण संस्था का मूल उद्देश्य समाज में शिविरों, परामर्श कार्यक्रमों और विद्यालयों व महाविद्यालयों में जाकर छात्रों से परस्पर संवाद आदि कर नशा निवारण के संबंध में जागरूकता एवं जागृति प्रदान करना है. उन्होंने बताया कि आज शिमला नगर के विभिन्न क्षेत्रों एवं विभिन्न व्यवसायों से संबंध रखने वाले लोगों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने संकटकाल में अपनी सेवाएं समाज को प्रदान की.
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