शिमला: प्रदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चों को कोरोना महामारी के बीच भी समय से ही वर्दी और बैग मुहैया करवाए जाएंगे. छात्रों को घर पर ही वर्दी और बैग पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है.
अक्तूबर माह तक वर्दी और बैग के आवंटन की प्रक्रिया को विभाग की ओर से पूरा किया जाना है. ऐसे में स्कूल न खुलने पर छात्रों को वर्दी और बैग उनके घरों तक पहुंचाए जाएंगे. इससे पहले स्कूल बंद होने के बावजूद भी किताबें और मिड डे मील छात्रों को उनके घरों तक पहुंचाया गया है. उसी तर्ज पर अब यह तय किया गया है कि स्कूल वर्दी और बैग के आवंटन की प्रक्रिया भी इसी आधार पर पूरी की जाएगी.
विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव को कैबिनेट में मंजूरी दी जाएगी. उसके बाद वर्दी की खरीद की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा. इस बार वर्दी की खरीद की प्रक्रिया आसानी से पूरी होगी. इसके लिए 2019 में ही 2 साल के लिए टेंडर कर दिए गए थे.
साथ ही खाद्य आपूर्ति निगम ने पिछले साल चयनित की गई कंपनी को खरीद की प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी भी दे दी है. अब कंपनी छात्रों को स्मार्ट वर्दी की खरीद की प्रक्रिया को पूरी करेगी. दो सप्ताह के भीतर वर्दी की खरीद की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा.
बता दें कि प्रदेश में 9 लाख से अधिक छात्रों को स्मार्ट वर्दी और ढाई लाख बच्चों को निशुल्क स्कूल बैग दिए जाने हैं. इस बार इस प्रक्रिया को समय से पूरा करने के लिए यह फैसला लिया गया है. इसलिए स्कूल बंद होने पर भी छात्रों को वर्दी और स्कूल बैग अक्तूबर माह तक आवंटित कर दिए जाएंगे.
स्कूल न खुलने पर बच्चों के घरों तक स्मार्ट वर्दी और बैग पहुंचाए जाएंगे. सरकार की ओर से पहली से बारहवीं तक के बच्चों को यह मुफ्त वर्दी दी जाती है. पिछली बार भी वर्दी आवंटन की प्रकिया में देरी हुई थी, लेकिन इस बार इसे समय से पूरा किया जाएगा.
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