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हिमाचल में शिक्षा क्षेत्र में बाहरी निवेशक दिखा रहे रुचि, विभाग ने साइन किए 6 MoU - हिमाचल न्यूज

शिक्षा विभाग ने बाहरी निवेशकों के साथ 6 एमओयू साइन किए हैं. इससे आने वाले समय में छात्रों को बेहतर सुविधा मिलेगी. विभाग कोशिशों में जुटा है कि ज्यादा से ज्यादा निवेशक हिमाचल में निवेश करे.

शिक्षा विभाग ने साइन किए 6 MoU
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Published : Jul 29, 2019, 9:35 PM IST

शिमला: प्रदेश में शिक्षा विभाग ने बाहरी निवेशकों के साथ 6 एमओयू साइन किए हैं. ये एमओयू छात्रों को बेहतर और स्किल से जुड़ी शिक्षा देने के लिए किए जा रहे हैं. इसका लाभ छात्रों को आने वाले समय में मिलेगा. बता दें कि प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम खुद रुचि ले रहे हैं.

शिक्षा विभाग ने तीन एमओयू एलीमेंट्री शिक्षा और तीन उच्च शिक्षा के लिए साइन किए हैं. ज्यादातर एमओयू रेजीडेंशियल स्कूल और डे स्कूल खोलने को लेकर किए गए हैं. यह निवेशक प्रदेश में बेहतर सुविधाओं से लैस स्कूल खोलेंगे जिसमें प्रदेश के छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.

बता दें कि शिक्षा विभाग ने 250 करोड़ का एमओयू दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, 20 करोड़ का इंटीग्रल एजुकेशन सोसाइटी, 2-2 करोड़ रमैया वर्ल्ड एजुकेशन सोसाइटी और जम्वाल एजुकेशन सोसाइटी, 0.6 करोड़ का एमओयू ग्राम सेखरी सभा समिति और 19 करोड़ की लागत का एचपीयू हिमाचल शिक्षा विकास धर्मार्थ संस्था के साथ साइन किए हैं.

शिक्षा विभाग अपने स्तर पर इस बात का प्रयास कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा निवेशक हिमाचल आएं. इसके लिए निवेशकों को अनिवार्यता प्रमाण पत्र देने की प्रक्रिया को भी आसान कर दिया गया है, ताकि प्रदेश में निवेश करना आसान हो.

ये भी पढ़ें: रोप-वे पर जयराम सरकार का फोकस, ट्रैफिक फ्री बनाने के लिए इन क्षेत्रों से होगी शुरुआत

साथ ही निवेशकों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए शिक्षा विभाग ने एक विशेष सेल का गठन किया है. इस स्पेशल सेल में नोडल अधिकारियों को भी नियुक्त किया गया है. प्रदेश में निवेशकों की हरसंभव मदद ये नोडल अधिकारी करेंगे.

शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रमोद चौहान ने बताया कि विभाग निवेशकों की योजनाओं को पूरा करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का काम करेगा ताकि जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पूरे हो सकें और प्रदेश को इसका लाभ मिल सके.

ये भी पढ़ें: छात्रा की रैंगिंग के खिलाफ SFI ने कोटशेरा कॉलेज में दिया धरना, कॉलेज प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

शिमला: प्रदेश में शिक्षा विभाग ने बाहरी निवेशकों के साथ 6 एमओयू साइन किए हैं. ये एमओयू छात्रों को बेहतर और स्किल से जुड़ी शिक्षा देने के लिए किए जा रहे हैं. इसका लाभ छात्रों को आने वाले समय में मिलेगा. बता दें कि प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम खुद रुचि ले रहे हैं.

शिक्षा विभाग ने तीन एमओयू एलीमेंट्री शिक्षा और तीन उच्च शिक्षा के लिए साइन किए हैं. ज्यादातर एमओयू रेजीडेंशियल स्कूल और डे स्कूल खोलने को लेकर किए गए हैं. यह निवेशक प्रदेश में बेहतर सुविधाओं से लैस स्कूल खोलेंगे जिसमें प्रदेश के छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.

बता दें कि शिक्षा विभाग ने 250 करोड़ का एमओयू दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, 20 करोड़ का इंटीग्रल एजुकेशन सोसाइटी, 2-2 करोड़ रमैया वर्ल्ड एजुकेशन सोसाइटी और जम्वाल एजुकेशन सोसाइटी, 0.6 करोड़ का एमओयू ग्राम सेखरी सभा समिति और 19 करोड़ की लागत का एचपीयू हिमाचल शिक्षा विकास धर्मार्थ संस्था के साथ साइन किए हैं.

शिक्षा विभाग अपने स्तर पर इस बात का प्रयास कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा निवेशक हिमाचल आएं. इसके लिए निवेशकों को अनिवार्यता प्रमाण पत्र देने की प्रक्रिया को भी आसान कर दिया गया है, ताकि प्रदेश में निवेश करना आसान हो.

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साथ ही निवेशकों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए शिक्षा विभाग ने एक विशेष सेल का गठन किया है. इस स्पेशल सेल में नोडल अधिकारियों को भी नियुक्त किया गया है. प्रदेश में निवेशकों की हरसंभव मदद ये नोडल अधिकारी करेंगे.

शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रमोद चौहान ने बताया कि विभाग निवेशकों की योजनाओं को पूरा करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का काम करेगा ताकि जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पूरे हो सकें और प्रदेश को इसका लाभ मिल सके.

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Intro:
प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित कर उन्हें प्रदेश में इन्वेस्टमेंट कर यहां विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद रुचि ले रहे है। उनकी इस पहल का असर भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश में निवेशकों का आना शुरू हो गया है। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में निवेशक रुचि दिखा रहे है ओर प्रदेश में शिक्षा से जुड़े नए प्रपोजल ले कर आ रहे है। शिक्षा विभाग ने अभी तक इन बाहरी निवेशकों के साथ 6 एमओयू साइन किए है जिनका आने वाले समय में प्रदेश को लाभ मिलेगा। यह एमओयू प्रदेश के छात्रों को बेहतर और स्किल से जुड़ी शिक्षा देने के लिए किए जा रहे है जिसका लाभ छात्र उठा सकेंगे।


Body:शिक्षा विभाग ने जो एमओयू साइन किए है उसमें तीन एमओयू एलीमेंट्री शिक्षा तो तीन उच्च शिक्षा से जुड़े हुए है। ज्यादातर एमओयू रेजीडेंसियल स्कूल ओर डे स्कूल खोलने को लेकर किए गए है। यह निवेशक प्रदेश में बहेतर सुविधाओं से लैस स्कूल खोलेंगे जिसमें प्रदेश के छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। शिक्षा विभाग अपने स्तर पर इस बात का प्रयास कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा निवेशक आए। इसके लिए जहां निवेशकों को प्रदेश में निवेश करना आसान हो और वो अपनी योजनाओं को यहां आसानी से पूरा कर सकें इसके लिए अनिर्वायता प्रमाण पत्र देने की प्रक्रिया को आसान कर दिया गया है। इसके साथ ही निवेशकों के साथ लागातर संपर्क बना रहे इसके लिए शिक्षा विभाग ने इस कार्य के लिए एक विशेष सेल का भी गठन किया है। इस स्पेशल सेल में नोडल अधिकारियों को भी नियुक्त किया है ताकि जो भी निवेशक प्रदेश में आना चाहते है उनकी मदद यह नोडल अधिकारी करेंगे। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.प्रमोद चौहान ने बताया कि शिक्षा विभाग इन निवेशकों की योजनाओं को पूरा करने की प्रकिया में तेजी लाने का काम करेगा जिससे कि जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पूरे हो सकें और प्रदेश को इसका लाभ मिल सके।


Conclusion:शिक्षा विभाग की ओर से जो एमओयू साइन किए गए है उसमें 250 करोड़ का एमओयू दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, 20 करोड़ का एमओयू इंटीग्रल एडुक्शन सोसाइटी, 02 करोड़ का एमओयू रमैया वर्ल्ड एडुक्शन सोसाइटी,02 करोड़ का एमओयू जम्वाल एडुक्शन सोसाइटी ओर 0.6 करोड़ का एमओयू ग्राम सेखरी सभा समिति ओर 19 करोड़ की लागत का एचपीयू हिमाचल शिक्षा विकास धर्मार्थ संस्था के साथ किया गया है। इन सभी एमओयू के तहत प्रदेश में जगह जगह स्कूल खोले जाएंगे ।
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