शिमला: प्रदेश में शिक्षा विभाग ने बाहरी निवेशकों के साथ 6 एमओयू साइन किए हैं. ये एमओयू छात्रों को बेहतर और स्किल से जुड़ी शिक्षा देने के लिए किए जा रहे हैं. इसका लाभ छात्रों को आने वाले समय में मिलेगा. बता दें कि प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम खुद रुचि ले रहे हैं.
शिक्षा विभाग ने तीन एमओयू एलीमेंट्री शिक्षा और तीन उच्च शिक्षा के लिए साइन किए हैं. ज्यादातर एमओयू रेजीडेंशियल स्कूल और डे स्कूल खोलने को लेकर किए गए हैं. यह निवेशक प्रदेश में बेहतर सुविधाओं से लैस स्कूल खोलेंगे जिसमें प्रदेश के छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.
बता दें कि शिक्षा विभाग ने 250 करोड़ का एमओयू दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, 20 करोड़ का इंटीग्रल एजुकेशन सोसाइटी, 2-2 करोड़ रमैया वर्ल्ड एजुकेशन सोसाइटी और जम्वाल एजुकेशन सोसाइटी, 0.6 करोड़ का एमओयू ग्राम सेखरी सभा समिति और 19 करोड़ की लागत का एचपीयू हिमाचल शिक्षा विकास धर्मार्थ संस्था के साथ साइन किए हैं.
शिक्षा विभाग अपने स्तर पर इस बात का प्रयास कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा निवेशक हिमाचल आएं. इसके लिए निवेशकों को अनिवार्यता प्रमाण पत्र देने की प्रक्रिया को भी आसान कर दिया गया है, ताकि प्रदेश में निवेश करना आसान हो.
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साथ ही निवेशकों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए शिक्षा विभाग ने एक विशेष सेल का गठन किया है. इस स्पेशल सेल में नोडल अधिकारियों को भी नियुक्त किया गया है. प्रदेश में निवेशकों की हरसंभव मदद ये नोडल अधिकारी करेंगे.
शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रमोद चौहान ने बताया कि विभाग निवेशकों की योजनाओं को पूरा करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का काम करेगा ताकि जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पूरे हो सकें और प्रदेश को इसका लाभ मिल सके.