शिमला: हिमाचल प्रदेश में साल 2013 से साल 2019 के बीच हुए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले को लेकर मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में एक साथ रेड की है. मिली जानकारी के अनुसार ईडी के पास यह मामला 2019 में आया था. जब सीबीआई जांच के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग का शक हुआ था. जानकारी के अनुसार इससे पहले सीबीआई भी इस मामले में अपने स्तर पर छापेमारी कर चुकी है और उसके बाद करीब 10 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, लेकिन अब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्रवाई शुरू की है.
250 करोड़ का फर्जीवाड़ा: प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला 2017 का है, जब शिक्षा विभाग के एक अधिकारी को साल 2013 से 2017 के बीच स्कॉलरशिप के फर्जीवाड़े का शक हुआ था. उसके बाद शिक्षा विभाग की शिकायत पर ही यह एफआईआर पुलिस में करवाई गई थी, लेकिन फिर मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था. सीबीआई ने 7 मई 2019 को इसकी एफआईआर दर्ज की. जानकारी के मुताबिक यह पूरा फर्जीवाड़ा करीब 250 करोड़ का है और अब तक हुई जांच में पता चला है कि इसमें 13 से ज्यादा संस्थानों ने 2000 से ज्यादा फर्जी छात्रों की स्कॉलरशिप हड़प ली है.
3 राज्यों में ED की रेड: जानकारी के अनुसार सीबीआई जांच के दायरे में 266 प्राइवेट संस्थान लिए गए थे, जिनमें से 28 इस फर्जीवाड़े में शामिल मिले. इस खुलासे के बाद ही मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई के लिए ईडी को मामला भेजा गया. अब ईडी ने हिमाचल और चंडीगढ़ समेत दो अन्य राज्यों पंजाब और हरियाणा में मंगलवार सुबह से ही छापेमारी जारी रखी है.
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