रामपुर/शिमला: हिमाचल परिवहन निगम रामपुर डिपो के कर्मचारी वन विभाग व स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं. शुक्रवार शाम लगभग साढ़े तीन बजे एक पेड़ हवा से गिरकर वर्कशॉप पर गिर गया. जिससे कुछ कर्मचारियों को चोटें भी आई और ऐसे में एक बस का शीशा भी टूटा गया.
गौर रहे कि वर्कशॉप के साथ चार सूखे पेड़ हैं, जो कभी भी हवा से गिरकर भवन और कर्मचारियों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस बारे डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक ने वन मंडल अधिकारी रामपुर को जनवरी माह में लिखित रूप से सूखे पेड़ों को काटने की अनुमति मांगी थी और इससे होने वाले खतरे के बारे में आगाह किया था, लेकिन अधिकारियों की कान में जूं तक नहीं रेंगी.
इससे पहले भी पेड़ की टहनियों के टूटने से बसों को नुकसान पहुंचा था. इससे से पहले भी वन मंडल अधिकारी को सूचित किया था पर उन्होंने भी इस बात को अनसुना कर दिया.
इस पर अभी तक भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. अभी भी तीन बड़े सूखे पेड़ खतरा बन हुए हैं. शुक्रवार थोड़ी सी बारिश व तुफान से ही एक पेड़ गीर गया, लेकिन आने वाले समय में अब जब मोनसून शुरू हो जाएगा उस समय परिवहन निगम के वर्करों पर खतरा मडरा रहा हैं.
बता दें कि आए दिन एनएच के किनारे भी काफी संख्या में सुखे व हरे पडे है. जो हादसों को न्यौता दे रहे हैं. ऐसे में एनएच विभाग भी सुरक्षा को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा हैं.
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