ETV Bharat / state

गुच्छी की चाय से होगी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग, डॉ. दिव्या की मेहनत लाई रंग - covid-19

रोहड़ू के जगोठी गांव की डॉ. दिव्या ने अपनी इस इनोवेटिव सोच के बलबूते पर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तीन किस्म की चाए तैयार की है. उन्होंने अपनी इस चाय को पेटेंट करने के लिए दिल्ली में रजिस्ट्रेशन भी कर रखा है.

Dr. Divya prepared immunity-enhancing tea
गुच्छी की चाय से होगी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग
author img

By

Published : Jun 8, 2020, 10:48 PM IST

Updated : Jun 10, 2020, 3:12 PM IST

शिमला/रोहड़ू: देश में कोरोना के मामलों की रफ्तार लगातार बढ़ रही है. कोरोना की रोकथाम के लिए पूरा विश्व एकजुट होकर प्रयास कर रहा है. दुनियाभर के चिकित्सा विशेषज्ञ एक तरफ कोरोना का इलाज खोजने की कोशिश कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को कोरोना का रामबाण कहा जा रहा है. ऐसे में हिमाचल के रोहड़ू में डॉक्टर दिव्या ने इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हिमालय में उगने वाली जड़ी बूटियों से कई तरह की चाय तैयार की है.

अमूमन देखा गया है कि कोरोना संक्रमण से ज्यादातर उन लोगों की मौत हो रही है, जो या तो पहले ही किसी रोग से पीड़ित है या फिर जिन लोगों का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है. स्वास्थ्य विभाग प्रतिरक्षा तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए अच्छा खान-पान और नित्य व्यायाम करने की सलाह दे रहा है. इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए जिला शिमला के रोहड़ू उपमंडल के दूरदराज जगोठी गांव की डॉक्टर दिव्या ने लॉकडाउवन कई प्रकार की स्पेशल चाय तैयार की. चाय को तैयार करने के लिए डॉक्टर दिव्या ने स्थानीय इलाकों में उगने वाली फसलों और जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया है.

वीडियो रिपोर्ट

दिव्या ने जैव प्रौद्योगिकी में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है. लॉकडाउन के दौरान दिव्या ने घर पर रहकर कोरोना वायरस के ऊपर अध्ययन किया. डॉक्टर ने अपनी पढ़ाई का सदुपयोग कर प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए जड़ी-बूटियों का सहारा लिया. डॉक्टर दिव्या ने क्षेत्र में मिलने वाले हरबल गुच्छी, रेड राइस, कुलथी व जंगलों मे मिलने वाली जड़ी-बुटियों को इकठ्ठा कर उनपर शोध किया.

दरअसल, हिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों में उगने वाली गुच्छी , रेड राइस व कुलथी काफी अच्छे इम्यूनिटी बुस्टर है, जो करोना जैसी महामारी के दौरान लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जरूरी है. यही नहीं, ये केंसर जैसे रोगों से लड़ने में भी मददगार हैं. डॉक्टर दिव्या ने अपने इस कार्य को जारी रखते हुए तीन किस्म की चाय तैयार करने में कामयाबी हासिल की है. डॉक्टर दिव्या का दावा है कि चाय के सेवन से न केवल कार्यक्षमता बढ़ती है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी.

डॉक्टर दिव्या ने गुच्छी और रेड राइस चाय को पेटैन्ट करने के लिए दिल्ली में रजिस्टेशन भी कर रखा है. रेड राइस चाय में आयरन काफी ज्यादा है और ये इम्यूनिटी बढ़ाती है. इस तरह कुलथी की चाय प्रतिरक्षा बूस्टर के साथ-साथ वजन कम करने में भी साहयक है. इसी के साथ डॉक्टर दिव्या नेचर से मिलने वाली जड़ी-बूटियों से साबुन व डाई (रंग) भी बना रही है.

डॉक्टर दिव्या के इस प्रयोग को कृषि विज्ञान केंद्र शिमला ( रोहड़ू) डॉक्टर कायथ व उद्यान अधिकारी रोहड़ू डॉक्टर कुशाल मेहता ने भी सराहा है. अधिकारी दिव्या के इस प्रोजेक्ट को देखकर काफी प्रभावित हुए. उद्यान विभाग ने निर्णय लिया कि आगे चलकर डॉक्टर दिव्या रोहड़ू क्षेत्र में करीब 200 महिलाओं के ग्रुप को शिक्षित करेंगी .

कृषि विज्ञान केन्द्र शिमला ( रोहड़ू) के प्रभारी डॉक्टर कायथ ने डॉक्टर दिव्या के काम की तारीफ करते हुए उन्हें आगे ट्रेनिंग पर भेजने की बात कही है. उद्यान अधिकारी रोहड़ू डॉक्टर कुशाल मेहता ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि डॉक्टर दिव्या ने पीएम मोदी के लोकल फॉर वोकल को सार्थक किया है.

वहीं, डॉक्टर दिव्या ने कहा कि इनोवेटिव सोच लाने से स्किल डवेल्पमेंट भी होगी और आमदनी भी बनेगी. उन्होंने कहा कि हर्बल-टी कैफिन फ्री होती है. गुच्छी टी रेड राइस टी इम्यूनिटी बुस्टर है. दिव्या की इनोवेटिव सोच हर किसी के लिए एक मिसाल है. उनके कार्य से पीएम मोदी के लोकल फॉर वोकल के आह्वान को भी मजबूती मिलेगी.

ये भी पढ़ें: मोदी-जयराम सरकार की लोकप्रियता देख विपक्ष बौखलाया: सांसद सुरेश कश्यप

शिमला/रोहड़ू: देश में कोरोना के मामलों की रफ्तार लगातार बढ़ रही है. कोरोना की रोकथाम के लिए पूरा विश्व एकजुट होकर प्रयास कर रहा है. दुनियाभर के चिकित्सा विशेषज्ञ एक तरफ कोरोना का इलाज खोजने की कोशिश कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को कोरोना का रामबाण कहा जा रहा है. ऐसे में हिमाचल के रोहड़ू में डॉक्टर दिव्या ने इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हिमालय में उगने वाली जड़ी बूटियों से कई तरह की चाय तैयार की है.

अमूमन देखा गया है कि कोरोना संक्रमण से ज्यादातर उन लोगों की मौत हो रही है, जो या तो पहले ही किसी रोग से पीड़ित है या फिर जिन लोगों का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है. स्वास्थ्य विभाग प्रतिरक्षा तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए अच्छा खान-पान और नित्य व्यायाम करने की सलाह दे रहा है. इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए जिला शिमला के रोहड़ू उपमंडल के दूरदराज जगोठी गांव की डॉक्टर दिव्या ने लॉकडाउवन कई प्रकार की स्पेशल चाय तैयार की. चाय को तैयार करने के लिए डॉक्टर दिव्या ने स्थानीय इलाकों में उगने वाली फसलों और जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया है.

वीडियो रिपोर्ट

दिव्या ने जैव प्रौद्योगिकी में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है. लॉकडाउन के दौरान दिव्या ने घर पर रहकर कोरोना वायरस के ऊपर अध्ययन किया. डॉक्टर ने अपनी पढ़ाई का सदुपयोग कर प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए जड़ी-बूटियों का सहारा लिया. डॉक्टर दिव्या ने क्षेत्र में मिलने वाले हरबल गुच्छी, रेड राइस, कुलथी व जंगलों मे मिलने वाली जड़ी-बुटियों को इकठ्ठा कर उनपर शोध किया.

दरअसल, हिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों में उगने वाली गुच्छी , रेड राइस व कुलथी काफी अच्छे इम्यूनिटी बुस्टर है, जो करोना जैसी महामारी के दौरान लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जरूरी है. यही नहीं, ये केंसर जैसे रोगों से लड़ने में भी मददगार हैं. डॉक्टर दिव्या ने अपने इस कार्य को जारी रखते हुए तीन किस्म की चाय तैयार करने में कामयाबी हासिल की है. डॉक्टर दिव्या का दावा है कि चाय के सेवन से न केवल कार्यक्षमता बढ़ती है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी.

डॉक्टर दिव्या ने गुच्छी और रेड राइस चाय को पेटैन्ट करने के लिए दिल्ली में रजिस्टेशन भी कर रखा है. रेड राइस चाय में आयरन काफी ज्यादा है और ये इम्यूनिटी बढ़ाती है. इस तरह कुलथी की चाय प्रतिरक्षा बूस्टर के साथ-साथ वजन कम करने में भी साहयक है. इसी के साथ डॉक्टर दिव्या नेचर से मिलने वाली जड़ी-बूटियों से साबुन व डाई (रंग) भी बना रही है.

डॉक्टर दिव्या के इस प्रयोग को कृषि विज्ञान केंद्र शिमला ( रोहड़ू) डॉक्टर कायथ व उद्यान अधिकारी रोहड़ू डॉक्टर कुशाल मेहता ने भी सराहा है. अधिकारी दिव्या के इस प्रोजेक्ट को देखकर काफी प्रभावित हुए. उद्यान विभाग ने निर्णय लिया कि आगे चलकर डॉक्टर दिव्या रोहड़ू क्षेत्र में करीब 200 महिलाओं के ग्रुप को शिक्षित करेंगी .

कृषि विज्ञान केन्द्र शिमला ( रोहड़ू) के प्रभारी डॉक्टर कायथ ने डॉक्टर दिव्या के काम की तारीफ करते हुए उन्हें आगे ट्रेनिंग पर भेजने की बात कही है. उद्यान अधिकारी रोहड़ू डॉक्टर कुशाल मेहता ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि डॉक्टर दिव्या ने पीएम मोदी के लोकल फॉर वोकल को सार्थक किया है.

वहीं, डॉक्टर दिव्या ने कहा कि इनोवेटिव सोच लाने से स्किल डवेल्पमेंट भी होगी और आमदनी भी बनेगी. उन्होंने कहा कि हर्बल-टी कैफिन फ्री होती है. गुच्छी टी रेड राइस टी इम्यूनिटी बुस्टर है. दिव्या की इनोवेटिव सोच हर किसी के लिए एक मिसाल है. उनके कार्य से पीएम मोदी के लोकल फॉर वोकल के आह्वान को भी मजबूती मिलेगी.

ये भी पढ़ें: मोदी-जयराम सरकार की लोकप्रियता देख विपक्ष बौखलाया: सांसद सुरेश कश्यप

Last Updated : Jun 10, 2020, 3:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.