शिमला: डीएलएड कोर्स और शिक्षक बनने की ट्रेनिंग कर रहे छात्रों को इस सत्र से नया और यूनिफॉर्म सिलेबस पढ़ने को मिलेगा. शिक्षा विभाग डीएलएड कोर्स के सिलेबस में बदलाव कर रहा है. सिलेबस में बदवाल करने के बाद प्रदेश के 12 डायट केन्द्रों पर डीएलएड कोर्स और NIOS का सिलेबस लागू किया जाएगा. सर्व शिक्षा अभियान की और से यह पहल सरकार के आदेशों से डायट केंद्रों को मजबूत करने के उद्देश्य से की जा रही है. इसको देखते हुए प्रदेश के सभी डायट केंद्रों के सीनियर लेक्चररों की बैठक बुलाई गई है. जिसमें सिलेबस के बदलाव पर चर्चा की जाएगी.
आपको बता दें कि प्रदेश में डायट केंद्रों पर डीएलएड कोर्स का कोई भी सिलेबस नहीं है. हेल्पबुक और एमबीडी की मदद से सिलेबस पढ़या जा रहा है. इसमें सुधार करने के लिए सर्व शिक्षा अभियान की और से सिलेबस में बदलाव करने की यह प्रक्रिया पूरी की जा रही है. यह सिलेबस स्कूलों में पड़ाई कर रहे छात्रों के लिए सार्थक सिद्ध होगा.
सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने बताया कि सरकार ने डायट केन्द्रों को स्ट्रेंथन करने के निर्देश जारी किए हैं. जिसके तहत डीएलएड कोर्स के सिलेबस में बदलाव किया जा रहा है. जिसमें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल का सिलेबस अच्छा आंका जा रहा है. सिलेबस में बदवाल होने से डीएलएड करने वाले छात्रों की ट्रेनिंग में गुणवत्ता आएगी.
वहीं उन्होंने बताया कि एनसीटीई की और से डीएलएड कोर्स की ट्रेनिंग में बदलाव किया गया है. पहले वर्ष में एक माह और दूसरे वर्ष में 4 माह की टीचिंग प्रैक्टिस का समय तय किया गया है. प्रदेश के निजी और सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षक जिन्होंने जेबीटी या बीएड नहीं की है, उन शिक्षकों को ट्रेन्ड टीचर बनने के लिए डीएलएड कोर्स करना एमएचआरडी की ओर से अनिवार्य किया गया है. ऐसे में हजारों शिक्षक प्रदेश में ऐसे है जो डीएलएड कोर्स कर रहे हैं जिनके लिए नवंबर से नए सेशन से नया सिलेबस लागू हो जाएगा.