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Diwali 2022: दीपावली पर जानें कैसे करें पूजा, क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

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Published : Oct 23, 2022, 11:38 AM IST

Updated : Oct 23, 2022, 1:02 PM IST

इस साल प्रकाश का पर्व दीपावली का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. जिसका हर किसी को इंतजार रहता है. दीपावली के दिन शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश, कुबेर और माता सरस्वती की विशेष पूजा आराधना की जाती है. तो चलिए जानते हैं इस दीपावली पर किस शुभ-मुहूर्त में करें लक्ष्मी-गणेश की पूजा और पूजा से जुड़ी जानकारियां. साथ ही ये भी जानेंगे कि आखिर शुभ मुहूर्त में ही पूजा क्यों करते हैं... (Diwali festival 2022) (Diwali 2022 shubh muhurat) (Diwali puja vidhi)

Diwali festival 2022
दीपावली 2022

शिमला: दीपों का त्योहार दीपावली हर साल कार्तिक माह में अमावस्या तिथि को पूरे भारत में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है. इस दिन पूरा देश दीये को रोशनी से जगमगा उठता है. हिंदू धर्म के अनुसार दीपावली को सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला पर्व माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि दीपावली के दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर पर पधारती हैं और उन्हें धन-धान्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं. (Diwali festival 2022)

कहा जाता है कि इसी दिन प्रभु श्रीराम 14 वर्ष का वनवास पूरा कर और लंकापति रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या वापस लौटे थे. जिसकी खुशी में लोगों ने पूरी अयोध्या को घी के दीये जलाकर रोशन कर दिया था. चलिए जानते हैं इस साल दीपावली की तिथि शुभ मुहूर्त कब है और पूजन विधि क्या है?

वीडियो.

दीपावली 2022 का शुभ मुहूर्त- 24 अक्टूबर दीपावली की शाम प्रदोष काल 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होगा. शाम में मेष लग्न 6 बजकर 53 मिनट तक है. ऐसे में शाम 6 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट से पहले गृहस्थ जनों को देवी लक्ष्मी की पूजा आरंभ करना शुभ रहेगा. ज्योतिषाचार्य पूर्व शर्मा बताते हैं कि इस साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन पड़ रही है. (Diwali 2022 shubh muhurat)

Diwali 2022 shubh muhurat
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन करें.

लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है. वहीं, 24 अक्टू (बर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होगी. 24 अक्टूबर को निशित काल में भी अमावस्या तिथि होगी. इसलिए इस साल 24 अक्टूबर को ही पूरे देश में दीवाली का पर्व मनाया जाएगा. (Diwali 2022 Date) (Diwali 2022 Laxmi Puja Muhurat)

ये भी पढ़ें: सावधानी पूर्वक मनाएं खुशियों का त्योहार दिवाली, पटाखे फोड़ते समय रखें इन बातों का ख्याल

दीपावली पर लक्ष्मी पूजन विधि- ज्योतिषाचार्य पूर्व शर्मा बताते हैं कि लक्ष्मी की दिशा उत्तर मानी गई है. ऐसे में उत्तर दिशा में भगवती लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए. पहले कलश को तिलक लगाकर पूजा आरम्भ करें. इसके बाद अपने हाथ में फूल और चावल लेकर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का ध्यान करें. ध्यान के पश्चात भगवान श्रीगणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर फूल और अक्षत अर्पण करें. फिर दोनों प्रतिमाओं को चौकी से उठाकर एक थाली में रखें और दूध, दही, शहद, तुलसी और गंगाजल के मिश्रण से स्नान कराएं. (Diwali puja vidhi)

Diwali 2022 shubh muhurat
प्रकाश का पर्व दीपावली.

इसके बाद स्वच्छ जल से स्नान कराकर वापस चौकी पर विराजित कर दें. स्नान कराने के उपरांत लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा को टीका लगाएं. माता लक्ष्मी और गणेश जी को हार पहनाएं. इसके बाद लक्ष्मी गणेश जी के सामने बताशे, मिठाइयां फल, पैसे और सोने के आभूषण रखें. फिर पूरा परिवार मिलकर गणेश जी और लक्ष्मी माता की कथा सुनें और फिर मां लक्ष्मी की आरती उतारें. दीपावली को धन के देवता कुबेर और विद्या की देवी सरस्वती का भी पूजन करना चाहिए. (Diwali puja vidhi)

दीपावली पर व्यापारी ऐसे करें पूजन- दीपावली पर व्यापारियों को नए बहीखातों की शुरुआत करनी चाहिए. इसके बाद उसे एक लाल रंग के वस्त्र पर अक्षत और पुष्प डालकर रख दें. इसके बाद पहले पन्ने पर रोली या चंदन से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं।. इसके बाद गणपति पूजन और लेखनी पूजन करके भगवती लक्ष्मी का पूजन करें. (Diwali puja vidhi)

ये भी पढ़ें: आज है धनतेरस, भूलकर भी न खरीदें ये चीजें नहीं तो हो जाएंगे बर्बाद

शिमला: दीपों का त्योहार दीपावली हर साल कार्तिक माह में अमावस्या तिथि को पूरे भारत में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है. इस दिन पूरा देश दीये को रोशनी से जगमगा उठता है. हिंदू धर्म के अनुसार दीपावली को सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला पर्व माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि दीपावली के दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर पर पधारती हैं और उन्हें धन-धान्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं. (Diwali festival 2022)

कहा जाता है कि इसी दिन प्रभु श्रीराम 14 वर्ष का वनवास पूरा कर और लंकापति रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या वापस लौटे थे. जिसकी खुशी में लोगों ने पूरी अयोध्या को घी के दीये जलाकर रोशन कर दिया था. चलिए जानते हैं इस साल दीपावली की तिथि शुभ मुहूर्त कब है और पूजन विधि क्या है?

वीडियो.

दीपावली 2022 का शुभ मुहूर्त- 24 अक्टूबर दीपावली की शाम प्रदोष काल 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होगा. शाम में मेष लग्न 6 बजकर 53 मिनट तक है. ऐसे में शाम 6 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट से पहले गृहस्थ जनों को देवी लक्ष्मी की पूजा आरंभ करना शुभ रहेगा. ज्योतिषाचार्य पूर्व शर्मा बताते हैं कि इस साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन पड़ रही है. (Diwali 2022 shubh muhurat)

Diwali 2022 shubh muhurat
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन करें.

लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है. वहीं, 24 अक्टू (बर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होगी. 24 अक्टूबर को निशित काल में भी अमावस्या तिथि होगी. इसलिए इस साल 24 अक्टूबर को ही पूरे देश में दीवाली का पर्व मनाया जाएगा. (Diwali 2022 Date) (Diwali 2022 Laxmi Puja Muhurat)

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दीपावली पर लक्ष्मी पूजन विधि- ज्योतिषाचार्य पूर्व शर्मा बताते हैं कि लक्ष्मी की दिशा उत्तर मानी गई है. ऐसे में उत्तर दिशा में भगवती लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए. पहले कलश को तिलक लगाकर पूजा आरम्भ करें. इसके बाद अपने हाथ में फूल और चावल लेकर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का ध्यान करें. ध्यान के पश्चात भगवान श्रीगणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर फूल और अक्षत अर्पण करें. फिर दोनों प्रतिमाओं को चौकी से उठाकर एक थाली में रखें और दूध, दही, शहद, तुलसी और गंगाजल के मिश्रण से स्नान कराएं. (Diwali puja vidhi)

Diwali 2022 shubh muhurat
प्रकाश का पर्व दीपावली.

इसके बाद स्वच्छ जल से स्नान कराकर वापस चौकी पर विराजित कर दें. स्नान कराने के उपरांत लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा को टीका लगाएं. माता लक्ष्मी और गणेश जी को हार पहनाएं. इसके बाद लक्ष्मी गणेश जी के सामने बताशे, मिठाइयां फल, पैसे और सोने के आभूषण रखें. फिर पूरा परिवार मिलकर गणेश जी और लक्ष्मी माता की कथा सुनें और फिर मां लक्ष्मी की आरती उतारें. दीपावली को धन के देवता कुबेर और विद्या की देवी सरस्वती का भी पूजन करना चाहिए. (Diwali puja vidhi)

दीपावली पर व्यापारी ऐसे करें पूजन- दीपावली पर व्यापारियों को नए बहीखातों की शुरुआत करनी चाहिए. इसके बाद उसे एक लाल रंग के वस्त्र पर अक्षत और पुष्प डालकर रख दें. इसके बाद पहले पन्ने पर रोली या चंदन से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं।. इसके बाद गणपति पूजन और लेखनी पूजन करके भगवती लक्ष्मी का पूजन करें. (Diwali puja vidhi)

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Last Updated : Oct 23, 2022, 1:02 PM IST
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