शिमला: विधानसभा में भाजपा विधायक रमेश धवाला के लाए गए संकल्प का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में नियंत्रित तरीके से भांग की खेती को शुरू करने की नीति पर विचार किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी भांग की खेती को शुरू किया गया है. इसके अलावा मध्यप्रदेश में भी इस पर विचार किया जा रहा है. ऐसे में राज्य सरकार भी इस दिशा में आगे बढ़ रही है.
पंचायत स्तर पर भांग उखाड़ अभियान चला रही है प्रदेश पुलिस
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भांग की खेती को 2 तरह से प्रयोग किया जा सकता है. अभी तो इससे नशीली चीजें बनाई जा रही हैं. जिस को रोकने के लिए प्रदेश सरकार कोशिशें कर रही है. प्रदेश पुलिस पंचायत स्तर पर भांग उखाड़ अभियान चला रही है. वहीं प्रदेश में नशा तस्करी के मामले भी रोज पकड़े जा रहे हैं. ऐसे में भांग का प्रयोग नशे के लिए बढ़ता जा रहा है. जोकि चिंता का विषय है.
कैंसर के इलाज में भी किया जाता है भांग के तेल का प्रयोग
वहीं अगर इसके दूसरे पहलू पर विचार करें तो इससे प्रदेश की आर्थिकी में सुधार हो सकता है. रोजगार के अवसर भी बढ़ सकते हैं. भांग प्रदेश की संस्कृति व खानपान का हिस्सा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भांग के तेल का प्रयोग कैंसर के इलाज में भी किया जाता है.
भांग की नियंत्रित खेती पर सकारात्मक तरीके से विचार करेगी सरकार
कईं देशों में जिनमें अमेरिका और कनाडा शामिल हैं उनमें भांग को कानूनी जामा पहना दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2004 में भी उन्होंने इसकी खेती करने की मांग को लेकर सदन में संकल्प लाया था. कईं विधायकों ने इसके समर्थन में बोला था, लेकिन सदन ने मंजूर नहीं किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे के खिलाफ तो प्रदेश सरकार का अभियान शक्ति से जारी रहेगा, लेकिन भांग की नियंत्रित खेती पर भी सकारात्मक तरीके से विचार किया जाएगा.
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