शिमला: दुनिया भर में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, लेकिन हिमाचल में यह स्प्रेडिंग रेट बहुत कम है और रिकवरी रेट ज्यादा है. इस लिए घबराने की नहीं सावधनी बरतने की जरूरत है. यह बात हिमाचल के डीजीपी एसआर मरडी ने कही.
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डीजीपी एसआर मरडी ने कहा कि ऊना में 88 साल के एक वृद्ध को कोरोना संक्रमण हुआ था और उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था जो कि अब ठीक हो गए हैं. डीजीपी ने कहा कि किसी भी उम्र का हो सावधनी बरत कर कोरोना को डिफीट कर सकता है. उन्होंने कहा कि हमें मान कर चलना है कि सामने वाला और आसपास संक्रमित लोग हैं ये सोच और सावधानी बरतने की जरूरत है. डीजीपी ने कहा कि हिमाचल में 65 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं और 24 एक्टिव मामले अस्पताल में उपचारधीन हैं जिनमें एक पुलिस जवान और एक डॉक्टर भी शामिल हैं.
डीजीपी ने कहा कि फ्रंट वॉरियर चाहे, पुलिस हो, डॉक्टर हो, सफाई कर्मी हो आशा वर्कर हो हमें सबका सम्मान करना चाहिए, क्योंकि यह रिस्क पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिलासपुर में जब तक डॉक्टर ने व्यक्ति को मास्क लगाने को कहा तो उसने डॉक्टर पर हमला कर दिया यह गलत है और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. डीजीपी ने कहा कि हिमाचल में रोजगार के अवसर खुलने वाले हैं इसलिए प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वह यहां से छोड़ कर ना जाएं.
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