शिमलाः राजधानी शिमला के मशहूर जाखू मंदिर में नगर निगम की ओर से ठेकेदार को दी गई पार्किंग में अवैध वसूली का मामला सामने आया है. देवभूमि ऑल हिमाचल टैक्सी ऑपरेटर एसोसिएशन ने ठेकेदार पर अवैध रूप से वसूली करने के आरोप लगाए हैं. एसोसिएशन के जिला प्रभारी संजू ठाकुर का कहना है कि ठेकेदार को केवल 40 गाड़ियों की पार्किंग दी गई है, लेकिन ठेकेदार की ओर से सड़क पर खड़ी होने वाली गाड़ियों से भी पार्किंग फीस ली जा रही है. एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि ठेकेदार की ओर से बीच सड़क में रस्सी बांधी गई है. जिससे टैक्सी चालकों को यात्री उतारने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जाखू मंदिर की पार्किंग में अवैध वसूली के खिलाफ मंगलवार को एसोसिएशन ने शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी को ज्ञापन सौंपा और ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई. उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में एसोसिएशन ने ठेकेदार की ओर से की जा रही अवैध वसूली का मामला उठाया है. इसके अलावा ठेकेदार की ओर से बीच सड़क पर बांधी गई रस्सी को अवैध बताते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग उठाई है. एसोसिएशन ने इसे ठेकेदार की धांधली करार दिया है.
वहीं, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी की ओर से एसोसिएशन की मांग को एसडीएम मनजीत शर्मा को फॉरवर्ड कर दिया गया है. उपायुक्त की ओर से एसोसिएशन के सभी सदस्यों को आश्वासन मिला है कि मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि बीते दिनों जाखू पार्किंग में एक टैक्सी चालक और पार्किंग में कार्यरत कर्मचारी के बीच बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में टैक्सी चालक पार्किंग में कार्यरत कर्मचारी से सड़क पर खड़ी गाड़ियों की पार्किंग फीस वसूली का आधार पूछ रहा था. जिस पर पार्किंग में तैनात कर्मचारी संतोषजनक जवाब नहीं पा रहा था और किसी भी बड़े अधिकारी को उनकी शिकायत करने की बात कर रहा था. इसके बाद टैक्सी चालकों की ओर से जिला प्रशासन को ठेकेदार की ओर से की जा रही कथित अवैध वसूली के खिलाफ ज्ञापन सौंपा गया है.