शिमला: प्रदेश में साइबर अपराध तेजी से बढ़ता जा रहा है. बीते दिनों में साइबर ठगी और इंटरनेट मीडिया पर बुलीइंग के कई मामले सामने आए हैं. इसे देखते हुए साइबर क्राइम ब्रांच ने एक एडवाइजरी जारी की हैं.
इसमें लोगों को जागरूक करते हुए अलर्ट किया गया है कि फेसबुक, वाट्सएप और इंस्टाग्राम आदि इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अंजान लोगों से दूर रहें. उनके किसी प्रकार की अपनी निजी जानकारी साझा न करें.
साइबर क्राइम ब्रांच के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि इंटरनेट मीडिया का बढ़ता दुरुपयोग काफी घातक होता जा रहा है. कई लोग इसके माध्यम से जालसाजी का शिकार हो रहे हैं. साइबर क्राइम ब्रांच ने यूजर्स को कुछ बातों का लोगों को ख्याल रखने के लिए कहा है. कई बार आप जाने-अनजाने इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अजनबी लोगों से भी जुड़ जाते हैं. इससे बचें.
फेसबुक पर अनजान लोगों से दोस्ती न करें. व्हाट्सएप कोई अन्य व्यक्ति आपको यदि किसी ग्रुप में जोड़ें तो उसकी हिस्ट्री तलाशें. समूह से जुड़े लोगों की जानकारी लें. यदि उचित न लगे तो तुरंत उस समूह से एक्जिट हो जाएं.
इंटरनेट मीडिया पर अजनबियों के बीच अपने दस्तावेज और फोटो साझा न करें. इंटरनेट मीडिया पर नजर आने वाली किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक नहीं करे. ऐसा करने से आपका खाता हेक हो सकता है. एएसपी की इंटरनेट मीडिया पर किसी प्रकार की अश्लील सामग्री को साझा करना कानूनी अपराध है.
यदि आप कोई व्हाट्सएप गुप बनाएं, तो उसमें किसी अज्ञात व्यक्ति को नहीं जोड़े. आप अगर किसी ऐसे वाटसएप ग्रुप पर अनजाने में जुड़ गए हैं तो उस ग्रुप को तत्काल छोड़ दें. साइबर ब्रांच शिमला का कहना है कि ऑनलाइन खरीददारी करते समय इस बात का ख्याल लोगों को हमेशा रखना चाहिए.
जिस भी ऑनलाइन वेबसाइट से आप सामान खरीद रहे हैं, वह भरोसेमंद होनी चाहिए. किसी सस्ते व लुभावने ऑफर से सावधान रहें. अपने बैंक खाता, पासबुक, एटीएम, पिन, ओटीपी संबंधित जानकारी किसी से भी साझा नहीं करें.