रामपुर: हिमाचल में बर्फबारी के बाद बागवान सेबों के पौधे लगाने में जुट जाते हैं. वहीं रामपुर बुशहर के दत्त नगर में मौजूद उद्यान विभाग की ओर से सेब की विभिन्न प्रजाति के विदेशी नर्सरी के पौधे तैयार किए गए हैं जो बागवानों के बगीचों में लगाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. यहां पर लगभग 12 हजार के करीब नर्सरी में पौधे तैयार किए गए है.
इन जिलों से पौधों की आई डिमांड
यह जानकारी देते हुए विषय बाद विशेषज्ञ रामपुर डॉ. जैसी वर्मा ने बताया कि कलस्ट के माध्यम से बागवानों को जरूरत के अनुसार पौधों को वितरित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मौजूद पौधों की डिमांड को देखते हुए मंडी, कुल्लू, चंबा आदि में भेजा जा रहा है. उसके अनुसार ही इन जिलों को सेब के विभिन्न प्रजाति के पौधे मुहैया करवाए जाते हैं.
बागवानों को कलस्टर के माध्यम से मुहैया करवाए जाएंगे पौधे
विशेषज्ञ रामपुर ने बताया कि यह पौधे के लिए विभिन्न जिलों से उनके पास डिमांड आ चुकी है अब यहां से पौधे भेज दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि यहां के बागवानों को भी विभिन्न क्लस्टरों के माध्यम से यह पौधे मुहैया करवाए जाएंगे. जिसको लेकर रामपुर उपमंडल में 13 क्लस्टर बनाए गए हैं. जहां से बागवानों को उन्हें जरूरत के अनुसार पौधे वितरित किए जाएंगे. डॉ. जैसी वर्मा ने बताया कि यह पौधे बागवान को समय रहते वितरित किए जाएंगे ताकि वे अपने बगीचों में इन्हें लगा सके. वहीं, उन्होंने बताया कि कोई भी बागवान अनाधिकृत रूप से सेब के पौधे बेचने बैठ व्यापारियों से न लें. किसी पंजीकृत नर्सरी से ही सेब के पौधे की खरीदारी करें.
सेब का पौधा लगाने का बताया तरीका
बागवान आए दिन अपने खेतों में सेब के गड्ढे को बनाने में जुटे होंगे. उन्होंने बताया कि समय रहते ही पौधा लगाना बागवानों के लिए अति आवश्यक है ताकि बारिश और बर्फबारी होते ही सेब की जड़ों तक पानी पहुंच सके इससे सेब के पौधे की जड़ें मजबूत होगी और वह जल्द ही बढ़ना भी शुरू हो जाता है.
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