शिमला: हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी बेशक 31 दिसंबर को राज्य की नौकरशाही के सबसे बड़े पद से रिटायर हो जाएंगे, लेकिन उनके खाते में एक और शाही नौकरी लिखी जा चुकी है. राज्य सरकार ने 20 दिसंबर को उन्हें रेरा यानि रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी का चेयरमैन नियुक्त किया था, वे नए साल में यानि पहली जनवरी 2020 से रेरा के चेयरमैन का पद संभाल लेंगे.
उन्हें सवा दो लाख रुपये मासिक वेतन व अन्य सुविधाएं मिलेंगी. उनका कार्यकाल पांच साल का रहेगा. डॉ. बाल्दी ने 34 साल तक आईएएस अफसर के तौर पर सेवाएं दी हैं. उन्होंने एसडीएम के पद से नौकरशाही के सफर की शुरुआत की और सबसे बड़े पद मुख्य सचिव तक पहुंचे.
खास बात ये है कि श्रीकांत बाल्दी ने प्रेम कुमार धूमल से लेकर वीरभद्र सिंह व जयराम सरकार में खजाने की चाबी संभाले रखी. यानी वे वित्त महकमे के मुखिया रहे और उनकी अगुवाई में कई बजट पेश किए गए. ये अलग बात है कि राज्य पर कर्ज के मर्ज का तोड़ वे भी नहीं निकाल पाए. बाल्दी 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और हाल ही में जयराम सरकार ने उन्हें रेरा का चेयरमैन नियुक्त किया है.
रेरा में उनके अलावा वास्तुकार राजीव वर्मा व पूर्व सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी बीसी बडालिया सदस्य होंगे. प्रदेश के सभी बिल्डरों और प्रमोटर्स को रेरा के तहत पंजीकरण करवाना होगा. रेरा का कार्यालय राज्य सचिवालय के पास स्थित मजीठा हाउस में होगा.
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