शिमला: हिमाचल प्रदेश सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अब फिर से कोरोना के लिए डेडिकेटेड वार्ड को शुरू कर दिया है. दरअसल, कोरोना का एक मामला आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने मेकशिफ्ट को फिर से खाली करा लिया है. बता दें, अप्रैल के बाद कोरोना के मामले खत्म होने पर मेकशिफ्ट को पल्मनरी महिला वार्ड बनाया गया था. वहीं, मंगलवार देर रात को कोरोना का एक नया मामला सामने आने के बाद अब प्रशासन को आशंका है कि आने वाले समय में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं, इसलिए पहले से ही प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है.
बता दें कि अप्रैल के बाद इस साल कोरोना का कोई मामला नहीं आया था. वहीं, मंगलवार को अस्पताल के ही पूर्व में डॉक्टर रहे एक व्यक्ति अमेरिका से लौटकर आए थे. उन्हे घर में जब कोरोना का लक्षण लगने लगा तो उन्होंने अपना टेस्ट आईजीएमसी में कराया और वह कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसके बाद इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में रखा गया है और इनके संपर्क में आए लोगों के भी टेस्ट किये जा रहे हैं.
अस्पताल प्रशासन को आशंका है कि इस ट्रैवल हिस्ट्री के साथ जितने भी लोगों से मिलकर आए हैं, यदि इसमें 10-15 लोग भी संक्रमित होते हैं ऐसे सभी लोगों को बचाने के लिए अलग से वार्ड की जरूरत पड़ेगी. इसलिए फिर से कोरोना के लिए डेडिकेटेड वार्ड बना लिया है और जो इसमें कोरोना के मामले आने के बाद वार्ड शिफ्ट किया गया था. उसे खाली कर लिया है. बता दें कि अभी इसमें महिला वार्ड था, जिसमें 18 के लगभग मरीज दाखिल थे. कोरोना खत्म होने के बाद अस्पताल में कोरोना के लिए बनाए गए वार्डों को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब फिर से कोरोना वार्ड बना दिया गया है.
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