शिमला: उत्तर भारत में सर्दियां दस्तक देने वाली हैं. ठंड के मौसम में सर्दी, जुकाम होना आम बात हो जाती है, लेकिन इस बार की सर्दी लोगों की चिंता बढ़ा सकती है. क्योंकि दुनियाभर में कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है और इसी बीच सर्दियों का आगाज होने को है. डॉक्टरों की मानें तो सर्दियों में ये संक्रमण और तेजी से फैल सकता है.
हिमाचल प्रदेश में सर्दियों की दस्तक के साथ ही त्योहार और पर्यटन सीजन भी चरम पर होता है. त्योहारों पर लोग एक दूसरे से मिलते हैं, वहीं पर्यटक बर्फबारी का मजा लेने हिमाचल पहुंचते हैं. ऐसे में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों से कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल सकता है.
कोरोना से ज्यादातर लोगों की मौत जल्द इलाज शुरु न होने के कारण हुई हैं. इनमें भी वे मरीज शामिल हैं, जिनमें डायबिटीज, रीनल और दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियां थीं. सर्दियों में संक्रमण ना फैले इसकी जिम्मेदारी लोगों को ही उठानी होगी. सरकार दिशा निर्देश तय करती है, लेकिन उनका पालन लोगों को ही करना होता है. जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है.
दरअसल, कई लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं तो कुछ कहने भर को सावधान हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह हमारी आदतें हैं, जिन्हें बदलना होगा. दरअसल, कोरोना संक्रमण काल से पहले और बाद की जिंदगी में बहुत अंतर आ चुका है. साफ सफाई से लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करके ही कोरोना से बचाव हो सकता है.
हिमाचल के द्वार पर्यटकों के लिए खुल चुके हैं. सर्दियों के साथ होने वाली बर्फबारी कई पर्यटकों को हिमाचल की तरफ खींचती हैं. ऐसे में दूसरे प्रदेशों से आने वाले पर्यटक भी कोरोना संक्रमण को बढ़ा सकते हैं. हिमाचल के कई इलाकों में कोरोना के मामले सामने नहीं आए हैं. पर्यटकों के आने से उन इलाकों में भी कोरोना का संक्रमण फैल सकता है. इसलिये सभी को कोविड़-19 से जुड़ी सावधानियों का ख्याल रखना होगा.
कुल मिलाकर सर्दियों की दस्तक इस बार डरा रही है. डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना जैसी महामारी का अनुभव पूरी दुनिया के लिए नया है. डॉक्टर से लेकर वैज्ञानिक और सरकार से लेकर आम आदमी तक हर किसी को ये कोरोना काल कुछ सिखा रहा है. इसलिये कोरोना से बचाव के लिए फिलहाल सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है.
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