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डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस: प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला बागियों को मनाने की करेंगे कोशिश

हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस से बागी हुए नेताओं ने कांग्रेस की प्रदेश के अंदर मुश्किलें बढ़ा दी है. इसी के तहत कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला बुधवार को शिमला पहुंच गए हैं. वे आज से शिमला सहित प्रदेश के अन्य विधानसभा हलकों में जाकर बैठकें करेंगे और नाराज नेताओं से बातचीत कर उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे. (Rajeev Shukla In Himachal) (Himachal assembly elections 2022) (Congress rebel leaders in Himachal)

Rajeev Shukla In Himachal
प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला बागियों को मनाने की करेंगे कोशिश
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Published : Oct 27, 2022, 9:32 AM IST

शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में बागियों ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. प्रदेश के 11 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस से टिकट न मिलने से नाराज नेता विद्रोह कर आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं. वहीं, अब इन नेताओं को मनाने में कांग्रेस जुट गई है. पार्टी ने पहले नाराज नेताओं को मनाने का जिम्मा प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा और प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को सौंपा था. अब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला खुद शिमला आ गए हैं. (Himachal assembly elections 2022) (Congress rebel leaders in Himachal) (Rajeev Shukla In Himachal)

राजीव शुक्ला आज से शिमला सहित प्रदेश के अन्य विधानसभा हलकों में जाकर बैठकें करेंगे और नाराज नेताओं से भी बातचीत कर उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे. जिन लोगों ने निर्दलीय नामांकन भरा है उनकी भी जनता के बीच अच्छी खासी पैठ है. ऐसे में पार्टी के सामने इन नेताओं को मनाने की चुनौती रहेगी. कांग्रेस पार्टी का मानना है कि कांग्रेस के ही बागियों का चुनाव में खड़े होने से सबसे ज्यादा नुकसान उनका ही होगा और दूसरी पार्टी इसका भरपूर फायदा उठाएगी. कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका स्व. वीरभद्र सिंह के गृह क्षेत्र रामपुर में माना जा रहा है. यहां पर कांग्रेस पार्षद विशेषर लाल बागी हो गए हैं. (Rebel leaders increased difficulties of Congress) (Rebel leaders in Himachal)

वीडियो.

चौपाल में मंगलेट उठा चुके हैं सर्वे पर सवाल- शिमल जिले के चौपाल से कांग्रेस के 2 बार के विधायक डॉ. सुभाष मंगलेट भी बागी हो गए हैं. उनके मानने की भी कम ही संभावनाएं हैं. कांग्रेस ने चौपाल से रजनीश को अपना प्रत्याशी बनाया है. जिससे उनका 36 का आंकड़ा है. मंगलेट ने पार्टी प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सर्वे को फर्जी बता चुके हैं. ऐसे में वह मानेंगे इसकी संभावना कम लग रही है.

सुलह में जगजीवन पाल की सिपहिया को चुनौती- कांगड़ा जिले के सुलह विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक जगजीवन पाल पार्टी से बागी हो गए हैं. इन्होंने भी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी जगदीश सिपहिया के खिलाफ नामांकन भरकर चुनावी ताल ठोक दी है.

ठियोग में कांग्रेस के दो-दो बागी- प्रदेश की सबसे हॉट सीट बन रही ठियोग में भी बगावत कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकती है. यहां विजय पाल खाची और इंदू वर्मा दोनों नेताओं ने निर्दलीय नॉमिनेशन फाइल किए हैं, हालांकि इंदू वर्मा दो माह पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं, लेकिन विजय पाल खाची का बागी होना कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप राठौर के लिए ज्यादा मुश्किलें पैदा कर सकता है.

अर्की में वीरभद्र के करीबी राजेंद्र बढ़ा रहे मुश्किल- अर्की सीट पर राजेंद्र ठाकुर ने निर्दलीय नामांकन भरा है. राजेंद्र ठाकुर हालांकि अब कांग्रेस के सदस्य नहीं रहे, लेकिन पूर्व में वह वीरभद्र सिंह के काफी करीबी माने जाते थे. उपचुनाव में उन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए थे, जिसके बाद उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया गया था. राजेंद्र के चुनाव लड़ने से ब्लॉक कांग्रेस का वोट भी बंट सकता है. (Himachal assembly elections 2022) (Congress rebel leaders in Himachal)

गंगूराम मुसाफिर पार्टी से हुए बागी- पच्छाद से कांग्रेस ने दयाल प्यारी को टिकट दिया है. जिससे पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर का टिकट कटने के बाद अब वे कांग्रेस से बागी हो गए हैं. मुसाफिर नहीं माने तो पार्टी को इसका नुकसान झेलना पड़ेगा.

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप भी बागी हुए- चिंतपूर्णी में कांग्रेस ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप कुमार का टिकट काटकर सुदर्शन सिंह बबलू को उम्मीदवार बनाया है. टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप कुमार भी बागी हो गए हैं.

बिलासपुर में पूर्व विधायक भी बागी- बिलासपुर सदर से पूर्व विधायक तिलकराज ने भी निर्दलीय नामांकन पत्र भरा है.

झंडूत्ता में बीरू राम हुए बागी- झंडूत्ता विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने युवा चेहरे विवेक कुमार को टिकट दिया है. यहां भी टिकट नहीं मिलने पर बीरू राम पार्टी से बागी हो गए हैं. (Rebel leaders increased difficulties of Congress) (Rebel leaders in Himachal)

आनी में परसराम के कारण मुश्किल में पड़ सकती कांग्रेस- कुल्लू जिले की आनी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने बंसी लाल को टिकट दिया है. इससे नाराज परसराम ने निर्दलीय नामांकन भरकर चुनौती दे डाली है. अंत समय तक बंसी लाल का टिकट बदलने की उम्मीद की जा रही थी, क्योंकि परसराम जमीन से जुड़े हुए नेता हैं.

ये भी पढ़ें: आनी में बीजेपी और कांग्रेस के बागियों ने बढ़ाई प्रत्याशियों की मुश्किलें, नहीं मान रहे बागी नेता

शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में बागियों ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. प्रदेश के 11 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस से टिकट न मिलने से नाराज नेता विद्रोह कर आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं. वहीं, अब इन नेताओं को मनाने में कांग्रेस जुट गई है. पार्टी ने पहले नाराज नेताओं को मनाने का जिम्मा प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा और प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को सौंपा था. अब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला खुद शिमला आ गए हैं. (Himachal assembly elections 2022) (Congress rebel leaders in Himachal) (Rajeev Shukla In Himachal)

राजीव शुक्ला आज से शिमला सहित प्रदेश के अन्य विधानसभा हलकों में जाकर बैठकें करेंगे और नाराज नेताओं से भी बातचीत कर उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे. जिन लोगों ने निर्दलीय नामांकन भरा है उनकी भी जनता के बीच अच्छी खासी पैठ है. ऐसे में पार्टी के सामने इन नेताओं को मनाने की चुनौती रहेगी. कांग्रेस पार्टी का मानना है कि कांग्रेस के ही बागियों का चुनाव में खड़े होने से सबसे ज्यादा नुकसान उनका ही होगा और दूसरी पार्टी इसका भरपूर फायदा उठाएगी. कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका स्व. वीरभद्र सिंह के गृह क्षेत्र रामपुर में माना जा रहा है. यहां पर कांग्रेस पार्षद विशेषर लाल बागी हो गए हैं. (Rebel leaders increased difficulties of Congress) (Rebel leaders in Himachal)

वीडियो.

चौपाल में मंगलेट उठा चुके हैं सर्वे पर सवाल- शिमल जिले के चौपाल से कांग्रेस के 2 बार के विधायक डॉ. सुभाष मंगलेट भी बागी हो गए हैं. उनके मानने की भी कम ही संभावनाएं हैं. कांग्रेस ने चौपाल से रजनीश को अपना प्रत्याशी बनाया है. जिससे उनका 36 का आंकड़ा है. मंगलेट ने पार्टी प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सर्वे को फर्जी बता चुके हैं. ऐसे में वह मानेंगे इसकी संभावना कम लग रही है.

सुलह में जगजीवन पाल की सिपहिया को चुनौती- कांगड़ा जिले के सुलह विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक जगजीवन पाल पार्टी से बागी हो गए हैं. इन्होंने भी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी जगदीश सिपहिया के खिलाफ नामांकन भरकर चुनावी ताल ठोक दी है.

ठियोग में कांग्रेस के दो-दो बागी- प्रदेश की सबसे हॉट सीट बन रही ठियोग में भी बगावत कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकती है. यहां विजय पाल खाची और इंदू वर्मा दोनों नेताओं ने निर्दलीय नॉमिनेशन फाइल किए हैं, हालांकि इंदू वर्मा दो माह पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं, लेकिन विजय पाल खाची का बागी होना कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप राठौर के लिए ज्यादा मुश्किलें पैदा कर सकता है.

अर्की में वीरभद्र के करीबी राजेंद्र बढ़ा रहे मुश्किल- अर्की सीट पर राजेंद्र ठाकुर ने निर्दलीय नामांकन भरा है. राजेंद्र ठाकुर हालांकि अब कांग्रेस के सदस्य नहीं रहे, लेकिन पूर्व में वह वीरभद्र सिंह के काफी करीबी माने जाते थे. उपचुनाव में उन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए थे, जिसके बाद उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया गया था. राजेंद्र के चुनाव लड़ने से ब्लॉक कांग्रेस का वोट भी बंट सकता है. (Himachal assembly elections 2022) (Congress rebel leaders in Himachal)

गंगूराम मुसाफिर पार्टी से हुए बागी- पच्छाद से कांग्रेस ने दयाल प्यारी को टिकट दिया है. जिससे पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर का टिकट कटने के बाद अब वे कांग्रेस से बागी हो गए हैं. मुसाफिर नहीं माने तो पार्टी को इसका नुकसान झेलना पड़ेगा.

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप भी बागी हुए- चिंतपूर्णी में कांग्रेस ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप कुमार का टिकट काटकर सुदर्शन सिंह बबलू को उम्मीदवार बनाया है. टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप कुमार भी बागी हो गए हैं.

बिलासपुर में पूर्व विधायक भी बागी- बिलासपुर सदर से पूर्व विधायक तिलकराज ने भी निर्दलीय नामांकन पत्र भरा है.

झंडूत्ता में बीरू राम हुए बागी- झंडूत्ता विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने युवा चेहरे विवेक कुमार को टिकट दिया है. यहां भी टिकट नहीं मिलने पर बीरू राम पार्टी से बागी हो गए हैं. (Rebel leaders increased difficulties of Congress) (Rebel leaders in Himachal)

आनी में परसराम के कारण मुश्किल में पड़ सकती कांग्रेस- कुल्लू जिले की आनी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने बंसी लाल को टिकट दिया है. इससे नाराज परसराम ने निर्दलीय नामांकन भरकर चुनौती दे डाली है. अंत समय तक बंसी लाल का टिकट बदलने की उम्मीद की जा रही थी, क्योंकि परसराम जमीन से जुड़े हुए नेता हैं.

ये भी पढ़ें: आनी में बीजेपी और कांग्रेस के बागियों ने बढ़ाई प्रत्याशियों की मुश्किलें, नहीं मान रहे बागी नेता

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