शिमला: आइजीएमसी में पिछले छह सालों से लंगर लगा रहे सर्बजीत सिंह बॉबी को हटाने के बाद सियासत भी गरमाने लगी है. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह बॉबी के समर्थन में उतर आए हैं और आइजीएमसी प्रशासन पर राजनीतिक दबाव के चलते सेवा से हटाने के आरोप लगाए हैं और मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच की मांग की है.
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने आईजीएमसी प्रशासन पर आरोप लगाया कि पिछले 6 वर्षों से अधिक समय से रोगियों विशेष तौर पर कैंसर पीड़ित व उनके परिजनों की निशुल्क सेवा में जुड़े सरबजीत सिंह बॉबी उर्फ बेल्ला को राजनितिक दबाव के चलते उन्हें इस सेवा से हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि समाजसेवा से जुड़े बॉबी के साथ यह धोखा ही ही नही है, अपितु यह मानवता के प्रति भी अन्याय पूर्ण कदम है जिसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है.
बॉबी को रैनबसेरा आवंटित करने के नियम दिखाए जा रहे हैं
विक्रमादित्य सिंह ने आइजीएमसी प्रशासन के निर्णय की आलोचना करते हुए कहा है कि आज जब प्रदेश में भाजपा सरकार है तो उन्हें बॉबी को रैनबसेरा आवंटित करने के नियम दिखाए जा रहे हैं, जबकि वह पिछले 6 सालों से यहां रोगियों को भोजन के साथ-साथ रात को ठहरने की व्यवस्था व उन्हें एक जगह से दूसरी जगह लाने जाने में पूरी व्यवस्था निशुल्क करते आए हैं.
सरकार को हर जगह कमाई का साधन ही नहीं देखना चाहिए
उन्होंने कहा है कि समाज सेवा के प्रति बॉबी के जज्बे का आइजीएमसी ने अपमान किया है उन्हें उनसे माफी मांगते हुए उन्हें रैनबसेरा पुनः आवंटित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति या अपनों को कोई लाभ देने जैसी बात आगे नहीं आनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि सरकार को हर जगह कमाई का साधन ही नहीं देखना चाहिए.
विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस पूरे मामले की जांच करने की मांग करते हुए कहा है कि सरबजीत सिंह को समाजसेवा के लिए उसी जगह को आवंटित किया जाए. जिससे रोगियों विशेषकर कैंसर पीड़ितों को किसी भी असुविधा से बचाया जा सके.