शिमला: हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र को रद्द करने पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है और सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि ये सरकार एक दिन फैसला करती है और दूसरे दिन उसी फैसले को वापस लेती है.
सरकार ने कैबिनेट में विधानसभा सत्र करवाने का फैसला लिया और राज्यपाल ने मंजूरी भी दे दी, लेकिन अब अपने ही फैसले से ये सरकार पलट गई है और विधानसभा सत्र को रद्द करवा दिया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को सत्र का आयोजन करवाना चाहिए.
चर्चा से भागने के लिए सत्र रद्द किया
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सदन में विधायक अपनी विधानसभा के मुद्दों को उठता है. उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने में ये सरकार विफल रही है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है और वेंटिलेटर नहीं है. विपक्ष ये सब मामले सदन में उठने वाला था उससे बचने के लिए सरकार ने चर्चा से भागने के लिए सदन को स्थगित कर दिया.
सदन को स्थगित करना स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई ऐसे फैसले सरकार ने वापस लिए हैं. इस तरह से फैसले बदलने से सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सरकार को कोई भी फैसला करना है उससे पहले सही से विचार करे.
विपक्ष शीतकालीन सत्र करवाने के पक्ष में था
वहीं, उन्होंने बीजेपी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि विपक्ष शीतकालीन सत्र करवाने के पक्ष में था. सरकार को शिमला में सत्र करवाने का सुझाव जरूर दिया गया था, क्योंकि धर्मशाला में पूरा अमला शिमला से जाना था जिससे करीब तीन करोड़ का खर्च होना था. इसको देखते हुए सत्र शिमला में करवाने का सुझाव दिया गया था, लेकिन सरकार ने इसे रद्द कर दिया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.