शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद कांग्रेस विधायकों ने कोविड फंड में अपने एक महीने का वेतन देने का ऐलान कर दिया है. साथ ही सरकार से इस कोरोना काल में पर्यटक और परिवहन निगम के चालकों को वेतन देने का कहा है. मंगलवार को विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की बैठक नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में हुई जिसमें 1 महीने का वेतन देने का फैसला लिया गया.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना के पहले चरण में भी कांग्रेस विधायकों ने अपने एक 1 साल का वेतन कोविड-19 फंड में दिया था और अब कांग्रेस के सभी विधायक अपने 1 महीने का वेतन इस संकटकाल को देखते हुए सरकार के कोष में देने का फैसला लिया है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री एक तरफ कहते हैं कि प्रदेश सरकार के पास पैसों की कोई कमी नहीं है, लेकिन यहां पर्यटन व परिवहन कर्मियों को वेतन तक नहीं मिल रहा है. धन की कमी नहीं है तो कम से कम वेतन तो दिया जाए.
'गरीब तबके के लिए पैकेज की घोषणा भी करें'
पर्यटन इंडस्ट्री डूबती जा रही है और निजी बस ऑपरेटरों ने अपनी बसें खड़ी कर दी हैं. सभी तरह के स्टेक होल्डर से बात सरकार मिलकर फैसला लें और इस संकटकाल में गरीब तबके के लिए पैकेज की घोषणा भी करें और खातों में पैसे डालने का सिलसिला भी शुरू कर दें.
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने कोविड फंड में महीने का वेतन दिया था और विधायकों अफसरों की 2 दिन की तनख्वाह काटने का फैसला लिया था, लेकिन विपक्ष में 1 महीने का वेतन देने का फैसला लिया है.
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