शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के दौर पर चुनाव लड़ रहे नेताओं को मनाने में जुट गई है. पहले जहां कांग्रेस पार्टी ने बागियों को मनाने का जिम्मा प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह व प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) को सौंपा था लेकिन अब कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला (Rajiv Shukla) खुद मोर्चा संभाल लिया है. (Himachal Pradesh assembly elections 2022)
बीती देर रात शिमला पहुंचे राजीव शुक्ला ने गुरुवार सुबह से ही पार्टी से नाराज होकर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे नेताओं से फोन पर बात की. दोपहर 12 बजे तक वह होटल सीसल में ही रहे. उनके साथ प्रदेश के कुछ नेताओं के साथ सह प्रभारी गुरकीत कोटली भी रहे. सभी से बात की व चुनावी फीडबैक लिया. प्रदेश में तीन सह प्रभारी संजय दत्त, तजेंद्र पाल सिंह बिट्टू और गुरकीत कोटली को भी मनाने का जिम्मा सौंपा गया है.
इसके अलावा पार्टी की ओर से जिलों में तैनात किए गए ऑब्जर्वर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी इस काम को अमलीजामा पहनाएंगे. ऑब्जर्वर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पार्टी से विद्रोह कर चुनावी मैदान में उतरे नेताओं के घर जाएंगे और उनसे बात करेंगे. पार्टी का दावा है कि सभी सीटों पर सहमति बन गई है. पार्टी के इस दावे में कितनी सच्चाई है, इसका पता 29 को नामांकन पत्र वापिस लेने के दिन ही लगेगा.
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11 सीटों पर है कांग्रेस के बागी: कांग्रेस को प्रदेश की 11 सीटों पर अपनों से चुनौती मिल रही हैं. यानी 11 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के टिकट ना मिलने से नाराज नेता विद्रोह कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं. कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका स्व वीरभद्र सिंह के गृह क्षेत्र रामपुर में माना जा रहा है. यहां पर कांग्रेस पार्षद विशेषर लाल बागी हो गए हैं. इसके अलावा चौपाल, ठियोग, अर्की, झंडूता, आनी, चितपूर्णी और बिलासपुर में बगावत देखने को मिल रही है.