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हिमाचल: कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की भर्ती प्रक्रिया रद्द, 940 पदों पर हुआ था आवेदन - प्रशिक्षु नर्सों

कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है. इस बार योग्यता में ब्रिज प्रोग्राम फॉर सर्टिफिकेट इन कम्युनिटी हेल्थ का डिप्लोमा होना अनिवार्य किया गया था. इस पर नर्सों का कहना था कि जब 2019-2020 में 500 से ज्यादा सीएचओ के पद भरे थे, उस समय यह डिप्लोमा नहीं मांगा गया था. इसलिए पुराने तरीके से भर्ती होनी चाहिए.

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Published : Jun 4, 2021, 7:35 AM IST

शिमला: विवाद के बाद 2 दिन पहले एनएचएम द्वारा हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने कम्युनिटी हेल्थ अफसर (CHO) की 940 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है. योग्यता को लेकर उपजे विवाद और प्रशिक्षु नर्सों के विरोध के चलते भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया गया है.

विरोध के बाद भर्ती प्रक्रिया रद्द

दरअसल इस बार योग्यता में ब्रिज प्रोग्राम फॉर सर्टिफिकेट इन कम्युनिटी हेल्थ का डिप्लोमा होना अनिवार्य किया गया था. यह डिप्लोमा बीएससी नर्सिंग के बाद होना चाहिए या फिर फिर इंटरग्रेटिड कोर्स ऑफ मिड लेबल हेल्थ प्रोवाइडर बीएससी नर्सिंग के बाद होना अनिवार्य किया था.

पुराने तरीके से भर्ती की मांग

इस पर नर्सों का कहना था कि जब 2019-2020 में 500 से ज्यादा सीएचओ के पद भरे थे, उस समय यह डिप्लोमा नहीं मांगा गया था. इसलिए पुराने तरीके से भर्ती होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें- ग्रीन कवर में नंबर वन हैं हिमाचल के वन, यहां धरती में रोपा जाता है एक बूटा, बेटी के नाम

शिमला: विवाद के बाद 2 दिन पहले एनएचएम द्वारा हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने कम्युनिटी हेल्थ अफसर (CHO) की 940 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है. योग्यता को लेकर उपजे विवाद और प्रशिक्षु नर्सों के विरोध के चलते भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया गया है.

विरोध के बाद भर्ती प्रक्रिया रद्द

दरअसल इस बार योग्यता में ब्रिज प्रोग्राम फॉर सर्टिफिकेट इन कम्युनिटी हेल्थ का डिप्लोमा होना अनिवार्य किया गया था. यह डिप्लोमा बीएससी नर्सिंग के बाद होना चाहिए या फिर फिर इंटरग्रेटिड कोर्स ऑफ मिड लेबल हेल्थ प्रोवाइडर बीएससी नर्सिंग के बाद होना अनिवार्य किया था.

पुराने तरीके से भर्ती की मांग

इस पर नर्सों का कहना था कि जब 2019-2020 में 500 से ज्यादा सीएचओ के पद भरे थे, उस समय यह डिप्लोमा नहीं मांगा गया था. इसलिए पुराने तरीके से भर्ती होनी चाहिए.

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