शिमला/रामपुर: हिमाचल कम्युनिस्ट पार्टी ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग में हुए करोड़ों रुपये के कथित घोटाले को लेकर धरना प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन रामपुर, ननखड़ी और निरमंड में किया गया. प्रदर्शन के दौरान कम्युनिस्ट पार्टी ने मामले की जांच उच्च न्यायालय से करवाने की मांग की.
पूर्व स्वास्थ्य निदेशक की घूसखोरी और पीपीई किट्स, वेंटिलेटर और सेनिटाइजर खरीद में कथित घोटालों के विरोध में कम्युनिस्ट पार्टी ने राज्यपाल को एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन भी सौंपा. पार्टी ने मामले की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से करवाने की मांग को लेकर एसडीएम के जरिए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन सौंपा.
कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे साफ है कि इसमें पार्टी की संलिप्तता रही है. स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री के पास है, इसलिए वह भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी से बच नहीं सकते.
उन्होंने मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग में जो पीपीइ किट व अन्य घोटाले हुए हैं उनकी जांच न्यायाधीश से करवाई जाए. साथ ही यह भी बताया गया कि कुरुक्षेत्र की एक कंपनी से 7 हजार किट ली गई, लेकिन वो यहां पहुंचने के बजाए कहां गई.
कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बिहारी सेवगी ने बताया कि इस घोटाले की सही जांच होनी चाहिए इसको लेकर उन्होंने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा हैं. मामले की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से करवाने की मांग को लेकर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन सौंपा गया.