शिमला: सरकारी स्कूल में पढ़ रहे एक बच्चे ने शायद ही कभी सोचा होगा कि वो एक दिन राज्य का मुखिया बनेगा. हिमाचल की राजधानी शिमला के उपनगर छोटा शिमला के सरकारी स्कूल में पढ़े सुखविंदर सिंह सुक्खू आज उसी स्कूल के सालाना समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. जिस स्कूल ग्राउंड में दिन में खेलते थे और जिस सभागार में कार्यक्रमों में शामिल होते थे, आज उसी सभागार में मुख्य अतिथि के रूप में यादों का पिटारा खोलेंगे.
आज स्कूल का सालाना समारोह: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आज छोटा शिमला के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सालाना समारोह में चीफ गेस्ट होंगे. ये स्कूल अब सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल छोटा शिमला के नाम से पहचान रखता है. आज स्कूल का सालाना समारोह हो रहा है, इसमें सीएम सुखविंदर सिंह के साथ-साथ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर विशिष्ट अतिथि और स्थानीय विधायक हरीश जनार्था विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे. समारोह में सेवानिवृत शिक्षक भी बुलाए गए हैं.
स्कूल की यादों को साझा करेंगे: स्कूल प्रबंधन ने एनुअल फंक्शन में शामिल होने के लिए सीएम से आग्रह किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था. विद्यार्थी काल में सुखविंदर सिंह स्कूल के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं. इस अवसर पर वे छात्रों के साथ अपने स्कूल समय की यादों को साझा करेंगे और उन्हें भविष्य में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे.
सुबह 11 बजे शामिल होंगे सीएम : उल्लेखनीय है कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू एक साधारण परिवार से आते हैं और उन्होंने अपनी मेहनत से ये मुकाम हासिल किया है. उनके पिता सरकारी बस के चालक थे. सीएम का बचपन व युवावस्था छोटा शिमला में ही गुजरी है, वे यहीं रहते थे. छात्र जीवन में जब वे कॉलेज पढ़ने गए तो अवकाश के समय में वे छोटी-मोटी नौकरियां करते थे, ताकि अपना खर्च निकाल सकें.
भावुक सीएम ने साझा की कॉलेज समय की फोटो: वहीं, सोमवार देर रात सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कॉलेज समय की एक फोटो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा की है. कॉलेज की कुछ पुरानी यादें शीर्षक से सीएम ने वो फोटो साझा की है, जिसमें स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन यानी एससीए के पदाधिकारी हैं. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संजौली कॉलेज में सीएम सुखविंदर सिंह 80 के दशक में महासचिव हुआ करते थे. उनके मित्र और मौजूदा समय में मीडिया सलाहकार नरेश चौहान संयुक्त सचिव थे. मनोज चड्ढा अध्यक्ष और सत्यप्रकाश उपाध्यक्ष थे.