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Investors Meeting in Shimla: CM सुक्खू ने BJP को घेरा, कहा- पूर्व सरकार ने हिमाचल के हितों को बेचा - मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज इन्वेस्टर्स के साथ बैठक की और हिमाचल में उनके प्रोजेक्ट्स को लेकर आ रही समस्याओं और पेडिंग निवेश की जानकारी ली. इस दौरान सीएम ने पूर्व भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पूर्व सरकार ने हिमाचल में प्रोजेक्टों के जरीए प्रदेश के हित्तों को बेचा है.

CM Sukhu on Meeting with Investors in Shimla.
सीएम सुक्खू ने शिमला में निवेशकों के साथ की बैठक
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Published : Jun 7, 2023, 7:48 PM IST

Updated : Jun 8, 2023, 4:57 PM IST

सीएम सुक्खू ने शिमला में निवेशकों के साथ की बैठक.

शिमला: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व बीजेपी सरकार पर निशाना हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश के प्रोजेक्टों में हिमाचल के हित्तों को बेचा है. इन्वेस्टर्स फोरम की बैठक के उपरांत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व बीजेपी सरकार ने पनबिजली परियोजनाओं की मंजूरी देते हुए हिमाचल के हितों को पूरी तरह से बेच डाला. उन्होंने कहा कि पानी हमारा रॉ मैटेरियल है और इससे राज्य को आय होनी थी, लेकिन बीजेपी सरकार ने इन परियोजनाओं को लेकर इस तरह से समझौते किए हैं कि ये परियोजनाएं कभी भी वापस हिमाचल को नहीं मिलेंगी.

'पूर्व सरकार ने हिमाचल के हितों को बेचा': सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीजेपी सरकार ने यह भी समझौता किया है कि जब तक ये प्रोजेक्ट फ्री नहीं होते तब तक हिमाचल को फ्री बिजली नहीं मिलेगी. फिर चाहे एसजेवीएनएल हो या कोई अन्य इन्वेस्टर हो, सभी को इस तरह की छूट देकर बीजेपी सरकार ने हिमाचल के हित्तों को बेचा है. इन परियोजनाओं में हिमाचल की हिस्सेदारी को भी कम किया गया.

'इससे पहले के हिमाचल को वापस मिलते थे प्रोजेक्ट': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इससे पहले जो बिजली परियोजनाएं मंजूर की गई थीं, उसमें यह प्रावधान है कि ये एक तय समय बाद हिमाचल को मिलेंगी. उन्होंने जेएसडब्ल्यू प्रोजेक्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट को इस आधार पर मंजूरी दी गई है कि यह 40 साल बाद हिमाचल को मिलेगा और इसमें 12, 18 और 30 फीसदी शेयर भी हिमाचल को मिलेगा, लेकिन बीजेपी सरकार ने जो प्रोजेक्ट मंजूर किए उसमें यह शर्त है कि ये कभी भी हिमाचल को नहीं मिलेंगे और उसमें बिजली भी तब मिलेगी जब वे अपनी लागत निकालेंगे यानी जब वे फ्री हो जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नए निवेश में हिमाचल के हितों को सुरक्षित रखेगी और जो परियोजनाओं फ्री हो चुकी हैं उनमें हिस्सेदारी के लिए भी बातचीत की जा रही है.

'BJP ने करोड़ों के मीट करवाए, प्रोजेक्ट एक भी नहीं किया शुरू': सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार में करोड़ों खर्च कर इनवेस्टर मीट करवाए गए, लेकिन एमओयू के सिवा कुछ भी नहीं हुआ. जमीनी स्तर पर प्रोजेक्ट बीजेपी सरकार शुरू नहीं कर पाई. उन्होंने कहा कि करीब 31 हजार करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट लटके पड़े हैं, इन प्रोजेक्ट को सरकार शुरू करवाने की ओर बढ़ रही है और इसके लिए निवेशकों को बुलाया गया, ताकि प्रोजेक्ट शुरू न होने के कारणों का पता करके उसका समाधान किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बैठक का मकसद निवेशकों को फैसिलिटी देना है और उनको बाधा आ रही हैं उनको दूर करना है. उन्होंने कहा कि इस बैठक में उद्योगपतियों की समस्याओं को हल करने के बारे में निर्देश दिए गए हैं.

मुख्यमंत्री ने निवेशकों से जानी उनकी समस्याएं: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आज निवेशकों को बिजली, पानी और भूमि का आदि की समस्याएं आ रही हैं. इस बैठक में एक-एक कर सभी उद्योगपतियों से बात कर उनके प्रोजेक्ट की समस्याओं की जानकारी ली गई, ताकि उनको दूर किया जा सके. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरकार उद्योगपतियों के लिए अच्छी नीति लेकर आ रही है, ताकि हिमाचल ने निवेश को बढ़ावा दिया जा सके.

ये भी पढे़ं: CM सुक्खू की निवेशकों के साथ बैठक, MoU के बावजूद ₹31 हजार करोड़ के पेडिंग निवेश का लेंगे फीडबैक

सीएम सुक्खू ने शिमला में निवेशकों के साथ की बैठक.

शिमला: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व बीजेपी सरकार पर निशाना हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश के प्रोजेक्टों में हिमाचल के हित्तों को बेचा है. इन्वेस्टर्स फोरम की बैठक के उपरांत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व बीजेपी सरकार ने पनबिजली परियोजनाओं की मंजूरी देते हुए हिमाचल के हितों को पूरी तरह से बेच डाला. उन्होंने कहा कि पानी हमारा रॉ मैटेरियल है और इससे राज्य को आय होनी थी, लेकिन बीजेपी सरकार ने इन परियोजनाओं को लेकर इस तरह से समझौते किए हैं कि ये परियोजनाएं कभी भी वापस हिमाचल को नहीं मिलेंगी.

'पूर्व सरकार ने हिमाचल के हितों को बेचा': सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीजेपी सरकार ने यह भी समझौता किया है कि जब तक ये प्रोजेक्ट फ्री नहीं होते तब तक हिमाचल को फ्री बिजली नहीं मिलेगी. फिर चाहे एसजेवीएनएल हो या कोई अन्य इन्वेस्टर हो, सभी को इस तरह की छूट देकर बीजेपी सरकार ने हिमाचल के हित्तों को बेचा है. इन परियोजनाओं में हिमाचल की हिस्सेदारी को भी कम किया गया.

'इससे पहले के हिमाचल को वापस मिलते थे प्रोजेक्ट': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इससे पहले जो बिजली परियोजनाएं मंजूर की गई थीं, उसमें यह प्रावधान है कि ये एक तय समय बाद हिमाचल को मिलेंगी. उन्होंने जेएसडब्ल्यू प्रोजेक्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट को इस आधार पर मंजूरी दी गई है कि यह 40 साल बाद हिमाचल को मिलेगा और इसमें 12, 18 और 30 फीसदी शेयर भी हिमाचल को मिलेगा, लेकिन बीजेपी सरकार ने जो प्रोजेक्ट मंजूर किए उसमें यह शर्त है कि ये कभी भी हिमाचल को नहीं मिलेंगे और उसमें बिजली भी तब मिलेगी जब वे अपनी लागत निकालेंगे यानी जब वे फ्री हो जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नए निवेश में हिमाचल के हितों को सुरक्षित रखेगी और जो परियोजनाओं फ्री हो चुकी हैं उनमें हिस्सेदारी के लिए भी बातचीत की जा रही है.

'BJP ने करोड़ों के मीट करवाए, प्रोजेक्ट एक भी नहीं किया शुरू': सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार में करोड़ों खर्च कर इनवेस्टर मीट करवाए गए, लेकिन एमओयू के सिवा कुछ भी नहीं हुआ. जमीनी स्तर पर प्रोजेक्ट बीजेपी सरकार शुरू नहीं कर पाई. उन्होंने कहा कि करीब 31 हजार करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट लटके पड़े हैं, इन प्रोजेक्ट को सरकार शुरू करवाने की ओर बढ़ रही है और इसके लिए निवेशकों को बुलाया गया, ताकि प्रोजेक्ट शुरू न होने के कारणों का पता करके उसका समाधान किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बैठक का मकसद निवेशकों को फैसिलिटी देना है और उनको बाधा आ रही हैं उनको दूर करना है. उन्होंने कहा कि इस बैठक में उद्योगपतियों की समस्याओं को हल करने के बारे में निर्देश दिए गए हैं.

मुख्यमंत्री ने निवेशकों से जानी उनकी समस्याएं: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आज निवेशकों को बिजली, पानी और भूमि का आदि की समस्याएं आ रही हैं. इस बैठक में एक-एक कर सभी उद्योगपतियों से बात कर उनके प्रोजेक्ट की समस्याओं की जानकारी ली गई, ताकि उनको दूर किया जा सके. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरकार उद्योगपतियों के लिए अच्छी नीति लेकर आ रही है, ताकि हिमाचल ने निवेश को बढ़ावा दिया जा सके.

ये भी पढे़ं: CM सुक्खू की निवेशकों के साथ बैठक, MoU के बावजूद ₹31 हजार करोड़ के पेडिंग निवेश का लेंगे फीडबैक

Last Updated : Jun 8, 2023, 4:57 PM IST
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