शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को राजधानी शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय विश्व एड्स दिवस समारोह की अध्यक्षता की. इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार आने वाले बजट में एड्स पीड़ित बच्चों की सहायता के लिए एक नई योजना लेकर आएगी, जिसमें ऐसे बच्चों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने और उन्हें मुख्य धारा में शामिल करने के प्रावधान होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले समाज में एड्स ग्रसित व्यक्ति को घृणा की दृष्टि से देखा जाता था, लेकिन जागरूकता कार्यक्रमों के कारण एड्स के प्रति आज समाज के नजरिया में बदलाव आया है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पीड़ितों से आह्वान करते हुए कहा कि बीमार अपनी बीमारी न छुपाएं, बल्कि समाज के सामने स्वीकार करें. वर्तमान राज्य सरकार एड्स पीड़ित व्यक्तियों की सहायता के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले बजट में सरकार विधवाओं और मूक-बधिर बच्चों के लिए भी एक नई योजना ला रही है. राज्य सरकार दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई के लिए एक अच्छे स्कूल,कॉलेज खोलने पर भी विचार कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार हर उस वर्ग की आवाज बन रही है, जो सरकार तक अपनी आवाज नहीं पहुंचा सकते. मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित बच्चों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना चलाई गई है, जिसके तहत बच्चों के रहने और उनके भरण-पोषण का दायित्व राज्य सरकार का होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब 27 वर्ष की आयु तक अनाथ बच्चों को रहने और उनके पालन पोषण के लिए सरकार की ओर से व्यवस्था की गई है और इसके लिए राज्य सरकार ने कानून भी बना दिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने युवाओं से जीवन में सफलता के लिए चुनौतियों का दृढ़ता के साथ सामना करने का आह्वान भी किया. सुक्खू ने कहा कि मैं आपके सामने सबसे बड़ा उदाहरण हूं. सब कहते थे कि सरकारी नौकरी करो, लेकिन कड़ी मेहनत से यहां मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचा हूं. स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में वर्तमान राज्य सरकार बड़ा सुधार लाने जा रही है. अगले शैक्षणिक सत्र से सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी की कलास शुरु करेंगे. स्कूलों में खेल की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल भी खोले जा रहे हैं. सरकारी शिक्षण संस्थानों में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार कमिटमेंट के साथ काम कर रही है. राज्य सरकार गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर लाने पर विचार कर रही है. इसके साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए कोर्स शुरू किए गए हैं.
बता दें कि समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने विश्व एड्स दिवस के अवसर पर लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. इस अवसर पर एड्स पीड़ित एक महिला ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए. मुख्यमंत्री ने इस महिला को एक लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि विश्व में नई-नई बीमारियां सामने आ रही हैं, जिनका उपचार ढूंढने के लिए वैज्ञानिक दिन-रात प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर शरीर स्वस्थ नहीं होगा तो मन भी स्वस्थ नहीं होगा. शांडिल ने कहा कि संयम मनुष्य को देवतुल्य बना देता है. शांडिल ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की सामाजिक विषयों पर सोच संवेदनशील है.
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