शिमला: हिमाचल में स्वास्थ्य आउटसोर्स कर्मचारियों को सरकार से फौरी रहात मिली है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कोविड काल में स्वास्थ्य संस्थानों में भर्ती किए गए 1844 आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं 30 सितंबर 2023 तक बढ़ा दी गई हैं. उन्होंने कहा कोविड-19 महामारी के समय विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य संस्थानों में आउटसोर्स पर स्टाफ नर्स, डाटा एंट्री ऑपरेटर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों सहित अन्य श्रेणियों के 1844 कर्मचारी भर्ती किए गए थे, जिनकी सेवा अवधि 30 जून को समाप्त हो रही थी.
सीएम ने कहा राज्य सरकार ने इस अवधि को 1 जुलाई से 30 सितंबर 2023 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है. इससे प्रदेश सरकार को लगभग 15 करोड़ रुपये अतिरिक्त वहन करने होंगे. गौरतलब है कि प्रदेश में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में आउटसोर्स पर कर्मचारी नियुक्त किए थे. जिनकी अवधि 30 जून को समाप्त हो गयी थी. शिमला में आईजीएमसी शिमला, केएनएच महिला अस्पताल और टांडा मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने सरकार से मांग की थी कि उन्हें न निकाला जाए और उन्हें एक्सटेंशन दी जाए.
आउटसोर्स कर्मचारियों ने सरकार से मांग की थी कि उनके लिए कोई पॉलिसी बनाई जाए. इस संबंध में वह स्वास्थ्य मंत्री से भी मिले थे और उन्हें स्वास्थ्य मंत्री आश्वासन दिया था कि उनके लिए कुछ ना कुछ जरूर किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के दौरान आउटसोर्स पर नियुक्त किए गए 1844 कर्मचारियों को 3 महीने के एक्सटेंशन देकर उन्हें राहत दी है.