शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के कॉलेजों में इस बार छात्र संघ चुनाव नहीं होंगे. चुनाव बहाली को लेकर किए गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी बात रखने और कहने का अधिकार अपने-अपने माध्यम से सभी को मिलता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को अगर कोई समस्या होती है तो वे विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष अपनी समस्याएं लेकर आते हैं. जयराम ठाकुर ने कहा मात्र चुनाव बहाली ही समस्याओं के समाधान नहीं है. मुख्यमंत्री ने यह साफ कर दिया है कि छात्रों को वैसे भी अपनी समस्याओं का समाधान मिल रहा है.
वहीं छात्र संगठन लगातार यही मांग करते आ रहे है कि छात्र संघ चुनाव को बहाल किया जाए. सोमवार को स्थापना दिवस पर भी एबीवीपी, एसएफआई और एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे. अपने ज्ञापन के माध्यम से छात्र संगठनों ने चुनाव बहाली की मांग को प्रमुखता से उठाया.
हालांकि इससे पहले एचपीयू कुलपति ने कहा था कि अगर शैक्षणिक संस्थानों में माहौल शांतिपूर्ण बना रहता है तो वे छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग सरकार के समक्ष उठाएंगे, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने ही छात्र संघ चुनाव को लेकर संकेत दे दिया है कि चुनाव को करवाना ही छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हैं.
बता दें कि प्रदेश में विश्वविद्यालय सहित कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव 2014 में जब पूर्व कुलपति प्रो. एडीएन बाजपेयी ने छात्र संघ चुनाव पर रोक लगाई थी. उसके बाद एचपीयू सहित प्रदेश के कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव मैरिट के आधार पर ही हो रहे है, लेकिन छात्र संघ लगातार इस मांग को उठाते आ रहे हैं कि छात्र संघ चुनाव को बहाल किया जाए.