शिमला: कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब देश सरकार ने विधायकों को भी मैदान में उतार दिया है. अब तक कुछ विधायक अपने स्तर पर ही मदद करते रहे हैं. जयराम सरकार की तरफ से केवल अफसरों ने कमान संभाली थी, लेकिन अब प्रदेश सरकार द्वारा भेजी गई किट लेकर विधायक चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 के रोगियों के घर द्वार जाएंगे.
आइसोलेशन किट के 11 वाहनों को दिखाई हरी झंडी
आइसोलेशन किट के ऑनलाइन शुभारंभ पर जयराम ठाकुर ने कहा कि यह किट संबंधित विधायकों द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 के रोगियों को वितरित की जाएगी. उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि रोगियों को शीघ्र यह किट उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें. उन्होंने प्रदेशभर के लिए होम आइसोलेशन किट के 11 वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
बेहतर प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को मिलेगा सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जुकाम जैसे लक्षणों वाले रोगियों को चिन्हित करने के लिए एक विशेष अभियान आरम्भ करने की योजना भी बना रही है. उन्होंने विधायकों, पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों, आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से ऐसे रोगियों को चिन्हित करने के लिए आगे आने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस अभियान के क्रियान्वयन में बेहतर प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को सम्मानित भी करेगी. इससे न केवल कोविड के मामलों का शीघ्र पता लग सकेगा, बल्कि इस वायरस के फैलने पर भी रोक लगेगी.
दूसरी लहर में कोरोना के मामलों में हुई तीव्र वृद्धि
जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर अधिक घातक है और कोरोना के मामलों में तीव्र वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में पॉजिटिविटी दर 5.53 प्रतिशत थी, जबकि दूसरी लहर में यह दर बढ़कर 15.67 प्रतिशत हो गई है. उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने क्षमता निर्माण के लिए अथक प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों में बिस्तर क्षमता को बढ़ाकर लगभग 5000 किया गया है जो पहले 1200 थी. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार प्रदेश में ऑक्सीजन की भण्डारण क्षमता 25 मीट्रिक टन तक बढ़ाई गई है.
अनुराग ठाकुर ने की फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की प्रशंसा
इस मौके पर केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके प्रयासों के परिणामस्वरूप ही देश और प्रदेश कोविड-19 की स्थिति से सफलतापूर्वक निपट रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्तियों की सहायता के लिए केन्द्र सरकार ने लगभग 80 करोड़ लोगों को निशुल्क राशन प्रदान करने के लिए 26 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया है. इस वर्ष के अंत तक देशवासियों के लिए 216 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध करवा दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि भारत ने महामारी के प्रथम चरण के दौरान लगभग 195 देशों को जीवन रक्षक दवाइयां प्रदान की थी.
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