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रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है योग: सीएम जयराम ठाकुर - Shimla latest news

राजधानी शिमला में राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में आयोजित राज्यस्तरीय योग कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है. जिससे शांति, आत्मविश्वास और शक्ति मिलती है. हिमाचल सरकार स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के लिए योग को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है.

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Published : Jun 21, 2021, 10:31 AM IST

Updated : Jun 21, 2021, 10:36 AM IST

शिमलाः राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में आयोजित राज्यस्तरीय योग कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि योग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है. प्रतिदिन योग करने से मनुष्य स्वस्थ रहता है और रोगों से भी दूर रहने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा कि आज के इस कोरोना संक्रमण के काल में योग बहुत ही आवश्यक है और हम सब को इसे अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना लेना चाहिए.

योगाभ्यास से अनेक विकारों व असाध्य रोगों का इलाज सम्भव

जयराम ठाकुर ने कहा कि योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिससे शांति, आत्मविश्वास और शक्ति मिलती है. साथ ही, योग मनुष्य को प्रकृति से भी जोड़ता है. योग भारतीय मनीषियों द्वारा प्रदत्त वह पुरातन ज्ञान है, जो भारतीय परम्परा व समृद्ध संस्कृति का अभिन्न अंग बन चुका है. हमारी इस समृद्ध धरोहर को सम्पूर्ण विश्व में मान्यता प्राप्त हुई है. योगाभ्यास से अनेक विकारों व असाध्य रोगों का इलाज सम्भव है. योग का नियमित अभ्यास करने वाले व्यक्ति के रक्तशोधन व परिसंचरण में सुधार के साथ-साथ इससे तंत्रिका प्रणाली को सामान्य करने में भी सहायता मिलती है. यह व्यक्ति के शरीर, मन, भावनाओं व ऊर्जा को नियंत्रित करने में भी सहायक है.

वीडियो.

रोग निवारण के लिए योग एवं आयुर्वेद वरदान

हिमाचल सरकार स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के लिए योग को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है. आजकल लोग रोग, तनाव एवं व्यस्त जीवनशैली के कारण हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिसके निवारण के लिए योग एवं आयुर्वेद वरदान रूप हैं. स्वस्थ जीवन जीने के लिए शरीर को सकारात्मक और मानसिक उर्जा की आवश्यकता होती है जो योग एवं आयुर्वेद से प्राप्त होती है.

कोरोना में योग व आयुर्वेद की भूमिका बहुत ही कारगर

आज पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है. इस वायरस को समाप्त करने वाली कोई विशेष दवा भी नहीं है. ऐसे में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है, जिसे कुछ दिन गोली खाकर नहीं बढ़ाया जा सकता. इन परिस्थितियों में योग व आयुर्वेद की भूमिका बहुत ही कारगर सिद्ध हुई है. कोरोना काल में लोगों ने आयुर्वेद का प्रयोग करते हुए योग प्राणायाम के नियमित अभ्यास से जहां एक ओर लोगों में संक्रमण को रोग में बदलने से रोका है. वहीं, दूसरी ओर बीमार पड़ने पर रोग की गंभीरता को कम करके रोगी को शीघ्र ही रोग मुक्त भी किया है. राज्य स्तरीय कार्यक्रम को आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने भी संबोधित किया.

ये भी पढ़ें- ब्लैक फंगस से IGMC में 2 मरीजों की मौत, हिमाचल में 10 पहुंचा मौत का आंकड़ा

शिमलाः राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में आयोजित राज्यस्तरीय योग कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि योग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है. प्रतिदिन योग करने से मनुष्य स्वस्थ रहता है और रोगों से भी दूर रहने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा कि आज के इस कोरोना संक्रमण के काल में योग बहुत ही आवश्यक है और हम सब को इसे अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना लेना चाहिए.

योगाभ्यास से अनेक विकारों व असाध्य रोगों का इलाज सम्भव

जयराम ठाकुर ने कहा कि योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिससे शांति, आत्मविश्वास और शक्ति मिलती है. साथ ही, योग मनुष्य को प्रकृति से भी जोड़ता है. योग भारतीय मनीषियों द्वारा प्रदत्त वह पुरातन ज्ञान है, जो भारतीय परम्परा व समृद्ध संस्कृति का अभिन्न अंग बन चुका है. हमारी इस समृद्ध धरोहर को सम्पूर्ण विश्व में मान्यता प्राप्त हुई है. योगाभ्यास से अनेक विकारों व असाध्य रोगों का इलाज सम्भव है. योग का नियमित अभ्यास करने वाले व्यक्ति के रक्तशोधन व परिसंचरण में सुधार के साथ-साथ इससे तंत्रिका प्रणाली को सामान्य करने में भी सहायता मिलती है. यह व्यक्ति के शरीर, मन, भावनाओं व ऊर्जा को नियंत्रित करने में भी सहायक है.

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रोग निवारण के लिए योग एवं आयुर्वेद वरदान

हिमाचल सरकार स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के लिए योग को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है. आजकल लोग रोग, तनाव एवं व्यस्त जीवनशैली के कारण हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिसके निवारण के लिए योग एवं आयुर्वेद वरदान रूप हैं. स्वस्थ जीवन जीने के लिए शरीर को सकारात्मक और मानसिक उर्जा की आवश्यकता होती है जो योग एवं आयुर्वेद से प्राप्त होती है.

कोरोना में योग व आयुर्वेद की भूमिका बहुत ही कारगर

आज पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है. इस वायरस को समाप्त करने वाली कोई विशेष दवा भी नहीं है. ऐसे में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है, जिसे कुछ दिन गोली खाकर नहीं बढ़ाया जा सकता. इन परिस्थितियों में योग व आयुर्वेद की भूमिका बहुत ही कारगर सिद्ध हुई है. कोरोना काल में लोगों ने आयुर्वेद का प्रयोग करते हुए योग प्राणायाम के नियमित अभ्यास से जहां एक ओर लोगों में संक्रमण को रोग में बदलने से रोका है. वहीं, दूसरी ओर बीमार पड़ने पर रोग की गंभीरता को कम करके रोगी को शीघ्र ही रोग मुक्त भी किया है. राज्य स्तरीय कार्यक्रम को आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने भी संबोधित किया.

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Last Updated : Jun 21, 2021, 10:36 AM IST
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