शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 30 जून, 2021 को सेवानिवृत होने जा रहे हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश लिंगप्पा नारायण स्वामी (Chief Justice Lingappa Narayana Swamy) के सम्मान में सोमवार को हाई-टी का आयोजन किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यायमूर्ति स्वामी का हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में एक वर्ष नौ माह का कार्यकाल राज्य के इतिहास में दर्ज किया जाएगा, क्योंकि उन्होंने लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने और न्यायालय सम्बन्धी मामलों के तत्वरित निपटारे के लिए गंभीर प्रयास किए.
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने कहा कि यह न्यायमूर्ति स्वामी के प्रयासों के कारण ही यह संभव हुआ कि नाहन, शिमला और किन्नौर में पॉस्को एक्ट के अन्तर्गत तीन फास्ट ट्रैक न्यायालय स्थापित हुए. उनकी पहल के कारण ही राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में आधुनिक तकनीकयुक्त न्यायिक भवन का निर्माण संभव हो पाया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय (Himachal Pradesh High Court) की सिफारिशों से प्रदेश सरकार ने तीन अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायालय, तीन फैमिली कोर्ट, सात नागरिक कोर्ट और छः फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किए हैं.
स्वस्थ जीवन व दीर्घायु की कामना
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने न्यायमूर्ति एल. नारायण स्वामी के स्वस्थ जीवन व दीर्घायु की कामना की. उन्होंने न्यायमूर्ति स्वामी को स्मृति चिन्ह, शॉल और हिमाचली टोपी भेंट कर सम्मानित किया.
वहीं, मुख्य न्यायाधीश एल. नारायण स्वामी ने उनके सम्मान में हाई-टी के आयोजन के लिए प्रदेश सरकार और विशेषकर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वह हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में अपने कार्यकाल को जीवन पर्यन्त स्मरण रखेंगे.
हिमाचल प्रदेश कोविड-19 सोलिडेरिटी रिस्पांस फंड में दो लाख का अंशदान
मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, बरोट, जिला मंडी की ओर से अशोक कुमार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) को हिमाचल प्रदेश कोविड-19 सोलिडेरिटी रिस्पांस फंड के लिए दो लाख रुपये का चेक भेंट किया. वहीं, इसके लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने उनका आभार व्यक्त किया.
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