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जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार, सीएम जयराम ने दिया बड़ा बयान - हिमाचल मंत्रिमंडल का विस्तार

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की सारी प्रक्रियाएं चली हुई थी जिस कारण हम इस दिशा में कार्य नहीं कर पाए, लेकिन अब जल्दी ही बहुत ही शीघ्र इन सारी चीजों को पूरा करेंगे.

CM Jairam on expansion of Himachal cabinet
CM Jairam on expansion of Himachal cabinet
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Published : Jan 21, 2020, 8:07 PM IST

शिमला: जयराम मंत्रिमंडल का विस्तार अब जल्द हो सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की सारी प्रक्रियाएं चली हुई थी जिस कारण हम इस दिशा में कार्य नहीं कर पाए, लेकिन अब जल्दी ही बहुत ही शीघ्र इन सारी चीजों को पूरा करेंगे.

ऐसे में लग रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद लगाए बैठे विधायकों के जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं. मंत्रिमंडल विस्तार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल का कितना दख्ल रहता है यह भी देखने वाली बात होगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति और राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति जैसे महत्वपूर्ण कार्य पूरे हो गए हैं अब जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल किया जाएगा. इसके लिए हाईकमान से भी बातचीत जारी है. उम्मीद लगाई जा रही है कि विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल होगा.

वीडियो.

प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के बाद से ही मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त चले हुए हैं. इसके बाद डॉ. राजीव बिंदल के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बन जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद भी रिक्त हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष का पद अधिक दिनों तक रिक्त नहीं रखा जा सकता, क्योंकि कुछ ही दिनों में विधानसभा का बजट सत्र भी आने वाला है.

ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा अध्यक्ष के साथ-साथ मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार भी साथ ही हो जाएगा. दिल्ली दौरे से लौटने के बाद आज शिमला पहुंच कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व योजना के हिसाब से प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति हो गई है साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति भी हो गई है अब जल्द ही आने वाले दिनों में विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रिमंडल में विस्तार पर कार्य किया जाएगा.

हालांकि मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल मुख्यमंत्री का दायित्व होता है, लेकिन जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद और राजीव बिंदल के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद अब स्थिति काफी हद तक बदल गई है. मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल पर अब इन दोनों नियुक्तियों का साफ असर दिखेगा. राजनीतिक पंडितों के अनुसार अब नड्डा के चाहने वालों को तरजीह मिल सकती है.

विधानसभा उपचुनावों के समय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर और ऊर्जा मंत्री के पद से अनिल शर्मा ने त्याग पत्र दे दिया था जिसके बाद से दोनों पद खाली चले हुए हैं. ऐसे में इन दोनों पदों को भरने की कोशिशें लंबे समय से चली हुई है. साथ ही अगर विधानसभा अध्यक्ष के पद को भी जोड़ दिया जाए तो तीनों पद जल्द ही भरे जाएंगे.

इसके अलावा अगर मंत्रिमंडल से किसी की छुट्टी होती है तो पदों की संख्या और अधिक बड़ सकती है. किसको मंत्रिपद मिलता है यह तो समय ही बताएगा, लेकिन कांगड़ा से किशन कपूर के त्यागपत्र के बाद खाली हुए पद को कांगड़ा से ही भरा जाने की उम्मीद है. ऐसे में राकेश पठानिया मंत्रिपद के प्रवल दावेदार माने जा रहे हैं.

लेकिन रमेश ध्वाला भी एक बाद फिर से मंत्री बनने की चाह पाले हुए हैं. इसको लेकर कई बाद दिल्ली में पार्टी हाईकमान से मुलाकात भी कर चुके है और जातिगत समीकरण का हवाला भी हाईकमान के पास दे चुके हैं. लेकिन फिलहाल सरवीण चौधरी के मंत्रिमंडल में रहते यह संभव नहीं दिख रहा है. इसलिए राकेश पठानिया की मंत्रिमंडल का सदस्य बनने की उम्मीद अधिक बन रही है.

वहीं, दूसरी सीट अनिल शर्मा के त्यागपत्र से खाली हुई है. लेकिन मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि मंडी से मुख्यमंत्री है इसलिए यह सीट मंडी से नहीं भरी जाएगी. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है विधानसभा अध्यक्ष का पद मंडी से भरा जा सकता है और अगर ऐसा हुआ तो वरिष्ठतम विधायक होने के नाते कर्नल इंद्र सिंह को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिल सकता है.

अब विधानसभा अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने के बाद शिमला संसदीय सीट को मंत्री मंडल में एक और पद मिल सकता है. अगर ऐसा हुआ तो सिरमौर जिला को वरियता मिल सकती है और विधायक सुखराम चौधरी को मंत्री बनाया जा सकता है.

ये भी पढ़ेंः दिल्ली में भाजपा शासित राज्यों की PM मोदी के साथ बैठक, CM जयराम ने पेश की विकास रिपोर्ट

शिमला: जयराम मंत्रिमंडल का विस्तार अब जल्द हो सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की सारी प्रक्रियाएं चली हुई थी जिस कारण हम इस दिशा में कार्य नहीं कर पाए, लेकिन अब जल्दी ही बहुत ही शीघ्र इन सारी चीजों को पूरा करेंगे.

ऐसे में लग रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद लगाए बैठे विधायकों के जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं. मंत्रिमंडल विस्तार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल का कितना दख्ल रहता है यह भी देखने वाली बात होगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति और राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति जैसे महत्वपूर्ण कार्य पूरे हो गए हैं अब जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल किया जाएगा. इसके लिए हाईकमान से भी बातचीत जारी है. उम्मीद लगाई जा रही है कि विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल होगा.

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प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के बाद से ही मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त चले हुए हैं. इसके बाद डॉ. राजीव बिंदल के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बन जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद भी रिक्त हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष का पद अधिक दिनों तक रिक्त नहीं रखा जा सकता, क्योंकि कुछ ही दिनों में विधानसभा का बजट सत्र भी आने वाला है.

ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा अध्यक्ष के साथ-साथ मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार भी साथ ही हो जाएगा. दिल्ली दौरे से लौटने के बाद आज शिमला पहुंच कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व योजना के हिसाब से प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति हो गई है साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति भी हो गई है अब जल्द ही आने वाले दिनों में विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रिमंडल में विस्तार पर कार्य किया जाएगा.

हालांकि मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल मुख्यमंत्री का दायित्व होता है, लेकिन जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद और राजीव बिंदल के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद अब स्थिति काफी हद तक बदल गई है. मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल पर अब इन दोनों नियुक्तियों का साफ असर दिखेगा. राजनीतिक पंडितों के अनुसार अब नड्डा के चाहने वालों को तरजीह मिल सकती है.

विधानसभा उपचुनावों के समय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर और ऊर्जा मंत्री के पद से अनिल शर्मा ने त्याग पत्र दे दिया था जिसके बाद से दोनों पद खाली चले हुए हैं. ऐसे में इन दोनों पदों को भरने की कोशिशें लंबे समय से चली हुई है. साथ ही अगर विधानसभा अध्यक्ष के पद को भी जोड़ दिया जाए तो तीनों पद जल्द ही भरे जाएंगे.

इसके अलावा अगर मंत्रिमंडल से किसी की छुट्टी होती है तो पदों की संख्या और अधिक बड़ सकती है. किसको मंत्रिपद मिलता है यह तो समय ही बताएगा, लेकिन कांगड़ा से किशन कपूर के त्यागपत्र के बाद खाली हुए पद को कांगड़ा से ही भरा जाने की उम्मीद है. ऐसे में राकेश पठानिया मंत्रिपद के प्रवल दावेदार माने जा रहे हैं.

लेकिन रमेश ध्वाला भी एक बाद फिर से मंत्री बनने की चाह पाले हुए हैं. इसको लेकर कई बाद दिल्ली में पार्टी हाईकमान से मुलाकात भी कर चुके है और जातिगत समीकरण का हवाला भी हाईकमान के पास दे चुके हैं. लेकिन फिलहाल सरवीण चौधरी के मंत्रिमंडल में रहते यह संभव नहीं दिख रहा है. इसलिए राकेश पठानिया की मंत्रिमंडल का सदस्य बनने की उम्मीद अधिक बन रही है.

वहीं, दूसरी सीट अनिल शर्मा के त्यागपत्र से खाली हुई है. लेकिन मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि मंडी से मुख्यमंत्री है इसलिए यह सीट मंडी से नहीं भरी जाएगी. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है विधानसभा अध्यक्ष का पद मंडी से भरा जा सकता है और अगर ऐसा हुआ तो वरिष्ठतम विधायक होने के नाते कर्नल इंद्र सिंह को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिल सकता है.

अब विधानसभा अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने के बाद शिमला संसदीय सीट को मंत्री मंडल में एक और पद मिल सकता है. अगर ऐसा हुआ तो सिरमौर जिला को वरियता मिल सकती है और विधायक सुखराम चौधरी को मंत्री बनाया जा सकता है.

ये भी पढ़ेंः दिल्ली में भाजपा शासित राज्यों की PM मोदी के साथ बैठक, CM जयराम ने पेश की विकास रिपोर्ट

Intro:शिमला. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की सारी प्रक्रियाएं चली हुई थी जिस कारण हम इस दिशा में कार्य नहीं कर पाए लेकिन अब जल्दी ही बहुत ही शीघ्र इन सारी चीज़ों को पूरा करेंगे. ऐसे में लग रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद लगाए बैठे विधायकों के जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं. मंत्रिमंडल विस्तार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल का कितना दख्ल रहता है यह भी देखने वाली बात होगी.

Body:मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति और राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति जैसे महत्वपूर्ण कार्य पूरे हो गए हैं अब जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल किया जाएगा. इसके लिए हाईकमान से भी बातचीत जारी है. उम्मीद लगाई जा रही है कि विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल होगा. प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के बाद से ही मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त चले हुए हैं. इसके बाद डॉ. राजीव बिंदल के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बन जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद भी रिक्त हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष का पद अधिक दिनों तक रिक्त नहीं रखा जा सकता क्योंकि कुछ ही दिनों में विधानसभा का बजट सत्र भी आने वाला है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा अध्यक्ष के साथ-साथ मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार भी साथ ही हो जाएगा. दिल्ली दौरे से लौटने के बाद आज शिमला पहुंच कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व योजना के हिसाब से प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति हो गई है साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति भी हो गई है अब जल्द ही आने वाले दिनों में विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रिमंडल में विस्तार पर कार्य किया जाएगा. हालांकि मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल मुख्यमंत्री का दायित्व होता है लेकिन जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद और राजीव बिंदल के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद अब स्थिति काफी हद तक बदल गई है. मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल पर अब इन दोनों नियुक्तियों का साफ असर दिखेगा. राजनीतिक पंडितों के अनुसार अब नड्डा के चाहने वालों को तरजीह मिल सकती है.


Conclusion:विधानसभा उपचुनावों के समय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर और ऊर्जा मंत्री के पद से अनिल शर्मा ने त्याग पत्र दे दिया था जिसके बाद से दोनों पद खाली चले हुए हैं. ऐसे में इन दोनों पदों को भरने की कोशिशें लंबे समय से चली हुई है. साथ ही अगर विधानसभा अध्यक्ष के पद को भी जोड़ दिया जाए तो तीनों पद जल्द ही भरे जाएंगे. इसके अलावा अगर मंत्रिमंडल से किसी की छुट्टी होती है तो पदों की संख्या और अधिक बड़ सकती है. किसको मंत्रिपद मिलता है यह तो समय ही बताएगा लेकिन कांगड़ा से किशन कपूर के त्यागपत्र के बाद खाली हुए पद को कांगड़ा से ही भरा जाने की उम्मीद है ऐसे में राकेश पठानिया मंत्रिपद के प्रवल दावेदार माने जा रहे हैं. लेकिन रमेश ध्वाला भी एक बाद फिर से मंत्री बनने की चाह पाले हुए हैं. इसको लेकर कई बाद दिल्ली में पार्टी हाईकमान से मुलाकात भी कर चुके है और जातिगत समीकरण का हवाला भी हाईकमान के पास दे चुके हैं. लेकिन फिलहाल सरवीण चौधरी के मंत्रिमंडल में रहते यह संभव नहीं दिख रहा है. इसलिए राकेश पठानिया की मंत्रिमंडल का सदस्य बनने की उम्मीद अधिक बन रही है. वहीं दूसरी सीट अनिल शर्मा के त्यागपत्र से खाली हुई है. लेकिन मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि मंडी से मुख्यमंत्री है इसलिए यह सीट मंडी से नहीं भरी जाएगी. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है विधानसभा अध्यक्ष का पद मंडी से भरा जा सकता है और अगर ऐसा हुआ तो वरिष्ठतम विधायक होने के नाते कर्नल इंद्र सिंह को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिल सकता है. अब विधानसभा अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने के बाद शिमला संसदीय सीट को मंत्री मंडल में एक और पद मिल सकता है. अगर ऐसा हुआ तो सिरमौर जिला को वरियता मिल सकती है और विधायक सुखराम चौधरी को मंत्री बनाया जा सकता है.
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