शिमला: जिला के ठियोग की क्यार पंचायत में रहने वाली विधवा सत्या देवी के मकान की खस्ताहाल और दयनीय हालत को ईटीवी ने प्रमुखता से दिखाया. लोगों तक मामला पहुंचने के बाद अब सत्या देवी की मदद के लिए कई लोगों ने अपना हाथ बढ़ाया है.
चलावनी गांव की इस महिला की दुर्दशा को देखकर हर कोई अचंभित रहा कि कैसे ये महिला अपनी तीन बेटियों और एक बेटे के साथ खंडहर में जीवन व्यतीत कर रही है. खबर का असर होने पर धर्मशाला से सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा ने 400 किलोमीटर दूर सत्या देवी के घर पहुंचकर आर्थिकी मदद के साथ बेटी की पढ़ाई और इलाज के लिए खर्च का जिम्मा लिया. यही नहीं उन्होंने राशन डिपू में एक साल का राशन देने के लिए डिपू संचालक को नगद राशि दी. सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि सरकार और उनके अधिकारियों को अपने कमरों से बाहर निकलकर जनता के बीच जाना चाहिए, जिससे ऐसे हालात पैदा न हो.
इस मामले प्रशासन ने भी अपना खजाना खोलने में देरी नहीं की. पंचायत प्रधान से लेकर तहसील और खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस खबर का संज्ञान लिया और सत्या देवी की मदद के लिए मुख्यमंत्री ने 50 हजार की फोरी राहत प्रदान की है. वहीं, एसडीएम ठियोग मोहन दत शर्मा ने अपने अधिकारियों को तुरंत मौके पर भेजा और महिला की मदद के लिए पांच हजार की राशि और तिरपाल भेजा. साथ ही 15 दिन के अंदर महिला के लिए एक वैकल्पिक मकान बनाने के निर्देश दिए. इसके अलावा बीडीसी के चेयरमैन मदनलाल वर्मा ने कहा कि सत्या देवी की व्यथा के बारे में हमें ईटीवी की खबर के जरिए पता चला और इस महिला की मदद के लिये सरकार की तरफ से हर संभव सहायता की जाएगी और जल्द ही इसका मकान भी बनाया जाएगा.
सरकार और लोगों की मदद पर सत्या देवी और उसकी बेटी ने आभार जताया है. उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान ने भी उनकी मदद की है और मकान बनाने का आश्वासन दिया है. यही नहीं पंचायत प्रधान ने सत्या देवी की बेटी के इलाज के लिए भी आर्थिक मदद की है. इसके अलावा वॉइस ऑफ क्यार ने भी सत्या देवी की मदद के लिए योगदान राशि एकत्र कर उन्हें हर तरह से सहयोग देने को कहा है.
आपको बता दें कि क्यार पंचायत में रहने वाली सत्या देवी की खबर पर पूरे देशभर से लोगों ने प्रतिक्रिया दी और उनकी मदद के लिए कई सामाजिक संगठनों ने अपनी मुहिम चलाई, जिससे उनके परिवार की सहायता की जा सके. यही नहीं कई लोगों ने सीधे तौर पर सत्या देवी के खाते में पैसे भी जमा करवाए.